Giving up on Windows Phone was a mistake: माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और CEO सत्या नडेला ने कहा है कि कंपनी का स्मार्टफोन कारोबार से बाहर निकलना एक गलती थी. इसे बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था. गूगल के एंड्रॉयड और एप्पल आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) के आगे बढ़ने के कारण विंडोज स्मार्टफोन बेचने के लिए संघर्ष करने के बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने 2017 में पहली बार कहा था कि सॉफ़्टवेयर जायंट अब विंडोज 10 मोबाइल के लिए नए फीचर्स या हार्डवेयर डेवलप नहीं करेगा.

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10 दिसंबर 2019 को, विंडोज 10 मोबाइल यूजर्स को नए सिक्योरिटी अपडेट, बग फिक्स और असिस्ट सपोर्ट ऑप्शन मिलना बंद हो गए. इस हफ्ते बिजनेस इनसाइडर के साथ लेटेस्ट इंटरव्यू में, नडेला ने स्वीकार किया कि विंडोज फोन और मोबाइल को छोड़ना एक गलती थी.

सबसे कठिन और गलता फैसला था- Satya Nadella

रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है, "मुझे लगता है कि सबसे कठिन और गलत फैसलों में से एक, जिसके बारे में बहुत से लोग बात करते हैं, स्मार्टफोन कारोबार को छोड़ना था.'' नडेला ने कहा, "पीछे मुड़कर देखने पर, मुझे लगता है कि ऐसे तरीके हो सकते थे जिनसे हम पीसी, टैबलेट और फोन के बीच कंप्यूटिंग की कैटेगिरी को फिर से बनाकर काम कर सकते थे."

स्टैंडअलोन फोन बिजनेस को बढ़ाने की प्लानिंग

नडेला ने 2014 में पूर्व माइक्रोसॉफ्ट सीईओ स्टीव बाल्मर से पदभार संभाला था। 2015 में, माइक्रोसॉफ्ट ने मुख्य रूप से अपने फोन बिजनेस में 7,800 नौकरियों में कटौती की, और नोकिया फोन बिजनेस के अधिग्रहण से संबंधित 7.6 बिलियन डॉलर को बट्टे खाते में डाल दिया. नडेला ने कर्मचारियों को एक ईमेल में लिखा था, "हम एक स्टैंडअलोन फोन बिजनेस को बढ़ाने की रणनीति से आगे बढ़कर अपने फर्स्ट-पार्टी डिवाइस फैमिली सहित एक वाइब्रेंट विंडोज इकोसिस्टम बनाने की रणनीति की ओर बढ़ रहे हैं."

माइक्रोसॉफ्टने अंततः 2017 में पुष्टि की कि विंडोज फोन खत्म हो गए हैं. कंपनी के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ बिल गेट्स ने भी कहा था कि उनकी अब तक की सबसे बड़ी गलती माइक्रोसॉफ्ट का एंड्रॉइड से हारना था.

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