आज के समय यूपीआई सर्विस का इस्‍तेमाल ज्‍यादातर लोग करते हैं. UPI ने लोगों को इतनी सहूलियत दे दी है कि अब उन्‍हें पास में ढेर सारा कैश लेकर चलने की जरूरत नहीं होती. सारे काम मोबाइल से ही हो जाते हैं. इसके अलावा भी मोबाइल में तमाम जरूरी जानकारी रहती है. ऐसे में अगर आपका मोबाइल चोरी होकर किसी गलत हाथ में पड़ जाए तो आपका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. चोरी करने वाला व्‍यक्ति आपकी यूपीआई ऐप्‍स को एक्‍सेस कर आपके अकाउंट को भी खाली कर सकता है. अगर कभी अगर आपके सामने ऐसी कोई स्थिति आती है, तो 3 काम फौरन करें. यहां जानिए किस तरह आप यूपीआई डिएक्टिवेट करके बैंक अकाउंट को सिक्‍योर कर सकते हैं.

सबसे पहले सिम ब्‍लॉक करवाएं

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सबसे पहले आपको अपने सिम को ब्‍लॉक करवाना चाहिए. इसके लिए आप किसी अन्‍य फोन से अपने कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव को फोन करें और अपनी सिम को ब्‍लॉक करने के लिए कहें. ऐसे में आपसे कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव सिम ब्‍लॉक करने की वजह पूछेगा. उसे वजह बताएं और मांगी गई डीटेल्‍स जैसे पूरा नाम, बिलिंग एड्रेस, आखिरी रिचार्ज की डिटेल्स, ईमेल आईडी वगैरह दें. आपकी सिम अगर समय रहते ब्‍लॉक हो जाएगी तो आपके मोबाइल नंबर पर यूपीआई पिन जेनरेट नहीं हो पाएगा.

इस तरह बंद कराएं यूपीआई सेवाएं

यूपीआई सेवाओं को बंद करवाने के लिए उस बैंक के हेल्‍पलाइन नंबर पर कॉल करें, जिस बैंक का अकाउंट आपकी यूपीआई से आईडी से लिंक है. कॉल करके बैंक अकाउंट को ब्लॉक करने और UPI सेवाओं को बंद करने के लिए कहें. इसके अलावा आप पेटीएम के लिए 01204456456, फोन पे के लिए 02268727374 और गूगल पे के लिए 18004190157 हेल्‍पलाइन नंबर पर कॉल करके भी यूपीआई ऐप्‍स को ब्‍लॉक करवा सकते हैं.

FIR जरूर करवाएं

तीसरा जरूरी काम है FIR. मोबाइल चोरी करने वाला आपके फोन का गलत इस्‍तेमाल भी कर सकता है, इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप पुलिस के पास फोन चोरी होने की एफआईआर दर्ज करवाएं. इस FIR के जरिए ही बाद में आप अपनी सिम और बैंक अकाउंट को फिर से चालू करवा सकते हैं.