गांव की महिलाओं का भी होगा अपना Facebook अकाउंट, शुरू हुआ We Think Digital प्रोग्राम
‘वी थिंक डिजिटल’ को सभी उम्र के इंटरनेट यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है जिससे वे डिजिटल प्रौद्योगिकी का सुरक्षित इस्तेमाल कर सकें.
सोशल मीडिया की अलग ही दुनिया तैयार हो गई है. ज्यादातर लोग अपने-अपने सोशल मीडिया पेज पर अपनी दुनिया सजा रहे हैं. ऐसे में देश के दूर-दराज के गांवों की महिलाएं ही पीछे क्यों रहें. इस सोच के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) ने लोगों को डिजिटल दुनिया से रूबरू कराने के लिए 'वी थिंक डिजिटल' (We Think Digital) कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत देश के विभिन्न हिस्सों से एक लाख महिलाओं को डिजिटल साक्षर (Digital Literacy) बनाया जाएगा. फेसबुक ने बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत देश के सात राज्यों की एक लाख महिलाओं को डिजिटल के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी.
इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) और साइबर पीस फाउंडेशन के साथ साझेदारी करके साल भर में सात राज्यों की एक लाख महिलाओं को डिजिटल रूप से साक्षर बनाना है. कार्यक्रम की शुरुआत उत्तर प्रदेश से होगी और फिर इसका विस्तार अन्य राज्यों असम, पश्चिम बंगाल , मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड और बिहार में किया जाएगा.
वी थिंक डिजिटल, फेसबुक का वैश्विक डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम है. इसकी घोषणा दक्षिण एशिया सुरक्षा शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण के दौरान 2019 में की गई थी. इस प्रशिक्षिण कार्यक्रम को निजता , सुरक्षा और गलत सूचना जैसी मुद्दों के समाधान में मदद करने के लिए तैयार किया गया है.
‘वी थिंक डिजिटल’ को सभी उम्र के इंटरनेट यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है जिससे वे डिजिटल प्रौद्योगिकी का सुरक्षित इस्तेमाल कर सकें. भारत से पहले यह प्रोग्राम सिंगापुर में लॉन्च हो चुका है.
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फेसबुक विश्व की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग कंपनी है. व्हाट्सएप्प और इन्स्टाग्राम इसकी सहायक कंपनी हैं. फेसबुक की स्थापना 4 फरवरी, 2004 को की गई थी. आंकड़ों के अनुसार फेसबुक के लगभग 2.2 अरब यूजर हैं.