इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने भारतीय कंपनियों के ऐप्स को हटाने की आलोचना की. साथ ही गूगल से उन हटाए गए ऐप्स को अपने प्ले स्टोर पर बहाल करने के लिए कहा है. एसोसिएशन ने प्ले स्टोर से कुछ सबसे प्रमुख उपभोक्ता डिजिटल कंपनियों के ऐप्स को हटाने की कड़ी निंदा की, जिनमें भारत मैट्रिमोनी, इन्फो एज, शादी डॉट कॉम और ट्रूली मैडली शामिल हैं.

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एसोसिएशन ने ऐप्स की डीलिस्टिंग को अनुचित बताया आईएएमएआई ने कहा, ''एसोसिएशन की गवर्निंग काउंसिल ने ऐप्स की डीलिस्टिंग को अनुचित बताया है. इन्फो एज के संस्थापक संजीव बिखचंदानी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया कि भारतीय कंपनियां अभी इसका अनुपालन करेंगी. लेकिन भारत को एक ऐप स्टोर/प्ले स्टोर की जरूरत है जो यूपीआई और ओएनडीसी जैसे डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का हिस्सा हो. प्रतिक्रिया रणनीतिक होनी चाहिए.

ऐप्स को तत्काल बहाल ककने का दिया आदेश आईएएमएआई ने गूगल से आग्रह किया कि वह हटाए गए ऐप्स को तत्काल बहाल करे. मामले के विचाराधीन होने तक पारस्परिक रूप से सहमत समाधान खोजने के लिए उद्योग संस्थाओं या सदस्य कंपनियों के साथ परामर्श करे. उद्योग संस्था की यह प्रतिक्रिया गूगल के इस बयान के बाद आई है कि कम से कम 10 कंपनियों ने, जिनमें कई बड़ी कंपनी शामिल हैं, अदालत से अंतरिम सुरक्षा प्राप्त कर गूगल प्ले स्टोर के लिए भुगतान नहीं किया है.

थिंक-टैंक अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया ने की निंदा घरेलू स्टार्टअप का प्रतिनिधित्व करने वाले नीतिगत थिंक-टैंक अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) ने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि ऐप्स को डीलिस्ट कर गूगल डेवलपर्स को डराने और मजबूर करने की कोशिश कर रहा है, जिन्होंने इसकी शोषणकारी नीतियों को चुनौती देने का साहस किया है.