लॉकडाउन (Lockdown) में लोग घरों में बैठे हैं और ज्यादातर समय इंटरनेट पर बीत रहा है. बैंकिंग का काम भी ऑनलाइन (Online Banking) ही हो रहा है. ऐसे कुछ हैकर्स  (Internet Hackers) एक्टिव होकर मौका फायदा उठा रहे हैं और लोगों को कभी कोई स्कीम के नाम पर तो कभी डोनेशन के नाम पर चूना लगा रहा हैं. कुछ लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट (Fake Social Media Account) बनाकर ठगने का काम भी कर रहे हैं.

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ऐसे में आपको सोशल नेटवर्किंग (Social Networking) का इस्तेमाल करते समय अलर्ट रहना चाहिए. हाल ही में फर्जी फेसबुक अकाउंट से धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं. साइबर ठग फेसबुक का फर्जी अकाउंट (Fake Facebook Account) खोलकर लोगों से चीटिंग कर रहे हैं और यह काम इतनी होशियारी से किया जा रहा है कि यूजर्स को खबर तक नहीं लग पाती कि उसके फर्जी खाते का इस्तेमाल किया जा रहा है.

पिछले दिनों दिल्ली पुलिस के एक बड़े अधिकारी के नाम से फेसबुक पर फर्जी खाता बना कर उनके ही दोस्त के साथ ही चीटिंग करने की कोशिश की गई लेकिन, वक़्त रहते अधिकारी को अपने फर्जी फेसबुक खाते में जानकारी लग गई. इसी तरह दिल्ली के एक पूर्व डीसीपी का फेक एकाउंट बना कर चीटिंग करने की कोशिश की गई.

फेक अकाउंट बनाकर चीटिंग करने वालों के निशाने पर  ज्यादातर वे लोग होते हैं जो पब्लिक डीलिंग में होते हैं. पब्लिक डिलिंग में शामिल होने के चलते इन लोगों के दोस्त और फोलोअर्स भी काफी होते हैं. ऑनलाइन ठग किसी न किसी मदद के बहाने इन पैसे की मांग करते हैं.

कैसे करते हैं फर्जीवाड़ा

साइबर ठग सबसे पहले आपके प्रोफाइल से आपका फोटो डाउनलोड कर के आपके नाम से फेक अकाउंट बनाकर आपके फ्रेंड को रिक्वेस्ट भेजता है. जैसे ही फ्रेंड रिक्वेस्ट को आपका फेसबुक फ्रेंड मंजूर करता है वैसे ही, आपके फ्रेंड से डोनेशन के नाम पर पैसे मांगा जाता है.

ये साइबर ठग अपनी बातों में ऐसे उलझाते हैं कि लोग उनके झांसे में आ जाते हैं. फिर वॉलेट से पैसा मांग जाता है. कुछ ऐसे भी मामले आए हैं, जिनमें साइबर ठग लोगों को विश्वास में लेकर उनके वॉलेट की जानकारी मांगते हैं और फिर उसे खाली कर देते हैं.

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दिल्ली की साइबर पुलिस (Cyber Crime Cell) ने हाल ही में ऐसे कई मामले दर्ज किए हैं. साइबर पुलिस ने लोगों को इस बारे में अलर्ट भी किया है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय बेहद अलर्ट रहें और किसी डोनेशन के मेल या रिक्वेस्ट पर ध्यान न दें.

- सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें.

- अपने सोशल अकाउंट की प्राइवेसी को बदलते रहें.

- अपनी फ्रेंड लिस्ट को प्राइवेट रखें.

- अपने सोशल मीडिया अकाउंट को पब्लिक न करें.