WhatsApp Verification: आया बड़ा अपडेट, अब नए फोन में वॉट्सऐप यूज़ करने के लिए पुराने फोन पर करना होगा वेरिफेकेशन
WhatsApp Verification: अब वॉट्सऐप के यूजर्स को नए डिवाइस पर ऐप का इस्तेमाल करने के लिए पुराने डिवाइस पर अपना वेरिफिकेशन कराना पड़ सकता है.
वॉट्सऐप यूजरों के लिए अपडेट. (Image: freepik)
वॉट्सऐप यूजरों के लिए अपडेट. (Image: freepik)
WhatsApp Verification: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप के यूजर्स (WhatsApp Update) के लिए एक बड़ा अपडेट है. अब ऐप के यूजर्स को नए डिवाइस पर ऐप का इस्तेमाल करने के लिए पुराने डिवाइस पर अपना वेरिफिकेशन (WhatsApp verification) कराना पड़ सकता है. कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. कंपनी इसके अलावा दो नए ‘फीचर’ भी लाएगी, जिसमें डिवाइस वेरिफिकेशन शामिल है. यह यूजर्स की जानकारी या अनुमति के बिना संदेश भेजने वाले मालवेयर के हमले को रोकने में मदद करेगा.
क्यों वेरिफिकेशन प्रोसेस बदल रही है कंपनी?
वॉट्सऐप ने एक बयान में कहा, ''अगर आप अपने वॉट्सऐप अकाउंट को एक नए डिवाइस पर खोल रहे हैं, तो हम दोबारा जांचना चाहेंगे कि यह वास्तव में आप ही हैं. अब से, हम आपसे आपके पुराने डिवाइस पर इस बात को वेरिफाई करने के लिए कह सकते हैं. आप चाहें तो अतिरिक्त सुरक्षा के रूप में यह कदम उठा सकते हैं.'' वॉट्सऐप ने कहा कि यह सुविधा आपके अकाउंट को किसी दूसरे डिवाइस पर खोलने के अनधिकृत प्रयास के बारे में आपको सचेत कर सकती है.
ये भी पढ़ें: अब WhatsApp पर ही निपटा सकेंगे ये काम, कॉन्टैक्ट लिस्ट पर जाने की नहीं पड़ेगी जरूरत- ये है प्रोसेस
वॉट्सऐप यूजर्स को मिलेगी एक्स्ट्रा सिक्योरिटी
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
कंपनी मालवेयर को लेकर फिक्रमंद है, ये किसी फोन को वैसे ही प्रभावित करते हैं, जैसे किसी कंप्यूटर को वायरस प्रभावित करता है. कंपनी ने कहा, "मालवेयर का इस्तेमाल हैकर्स अकाउंट टेकओवर अटैक (ATO) में इस्तेमाल करते हैं. वॉट्सऐप पर यूजर्स के अकाउंट और उनकी जानकारियों को सुरक्षित रखने की हमारी कोशिशों के बीच हम नया सिक्योरिटी फीचर ला रहे हैं- डिवाइस वेरिफिकेशन- इससे ATO अटैक से लड़ने में मदद मिलेगी."
डिवाइस वेरिफिकशन अटैकर के कनेक्शन को ब्लॉक कर देता है, जिससे कि यूजर अपना अकाउंट बिना किसी दिक्कत के इस्तेमाल करते रह सकता है. जानकारी के मुताबिक, कंपनी एक ऑटोमेटिक सिक्योरिटी कोड लाएगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि यूजर्स उसी यूजर से बात करेंगे, जिससे वो करना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें: Twitter Blue Tick: इस दिन हट जाएगा आपका ब्लू टिक! Elon Musk ने किया बड़ा ऐलान
खुद से वेरिफाई कर सकेंगे सिक्योर कनेक्शन
मेटा की कंपनी ने कहा कि "आप यह कॉन्टैक्ट की जानकारी के नीचे एन्क्रिप्शन वाले टैब में जाकर खुद से भी चेक कर सकते हैं. इस प्रोसेस को आसान बनाने के लिए हम 'Key Transparency' नाम के एक प्रोसेस पर आधारित एक सिक्योरिटी फीचर ला रहे हैं, जिससे आप ये चेक कर पाएंगे कि आपका कनेक्शन सिक्योर है. जब आप एन्क्रिप्शन टैब पर क्लिक करेंगे तो आप तुरंत वेरिफाई कर सकेंगे कि आपकी पर्सनल बातचीत सिक्योर है."
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
02:14 PM IST