वोडाफोन-आइडिया (Vodafone-Idea) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के 25 करोड़ यूजर अपना मोबाइल कनेक्‍शन गंवा सकते हैं. दोनों कंपनियों ने फैसला किया है कि जो मोबाइल यूजर महीने में अपने कनेक्‍शन पर 35 रुपए से कम खर्च करते हैं, उनके कनेक्‍शन रोक दिए जा सकते हैं. Airtel के ऐसे करीब 10 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं जो कनेक्‍शन को बरकरार रखने के लिए 35 रुपए से कम खर्च करने के दायरे में आते हैं. वहीं वोडाफोन आइडिया के करीब 15 करोड़ यूजर ऐसे हैं. देश में इस समय 95% के करीब यूजर प्रीपेड यूजर हैं.

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मोबाइल ग्राहकों के पास है मौका

वोडाफोन आइडिया ने ऐसे ग्राहकों को अपना कनेक्‍शन बरकरार रखने के लिए 5 प्‍लान शुरू किए हैं, जिसमें सबसे कम का रिचार्ज 35 रुपए का है. वहीं Airtel ने 35 रुपए का 7 पैन इंडिया प्‍लान शुरू किया है.

एयरटेल के 33 करोड़ वायरलेस ग्राहक

इकोनॉमिक टाइम्‍स ने भारती एयरटेल के सीईओ और एमडी (इंडिया व साउथ एशिया) गोपाल विट्टल के हवाले से कहा कि कंपनी के 33 करोड़ वायरलेस ग्राहक हैं. लेकिन इनमें 10 करोड़ ऐसे हैं जिनका Average Realisation Per USer (ARPU) काफी कम हैं. वोडाफोन आइडिया के सीईओ बालेश शर्मा ने कहा कि कई ग्राहकों के पास सिर्फ फ्री इनकमिंग के लिए कनेक्‍शन है. उनकी ऑउटगोइंग न के बराबर है, इसलिए वे रिचार्ज नहीं कराते. इससे ARPU काफी कम है.

वोडाफोन का कहना है कि इस कदम से पहले नुकसान होने की आशंका है. कंपनियों को सिर्फ इनकमिंग के लिए सिम रखने वाले इन ग्राहकों की सर्विस बंद करनी पड़ेगी. कनेक्शन बंद करने की स्थिति में ग्राहक घट सकते हैं. वहीं, एयरटेल के मुताबिक इस कदम से तीसरी तिमाही में कंपनी के ARPU में सुधार होने की उम्‍मीद है.

क्‍या है वजह

टेलीकॉम कंपनियों ने कम रिचार्ज कराने वाले 2जी यूजर को टार्गेट इसलिए किया है क्‍योंकि इन ग्राहकों से उनकी आमदनी कम है. साथ ही कंपनी 2जी नेटवर्क बंद करना चाहती है. इससे 4जी ग्राहकों की संख्‍या बढ़ेगी.

प्राइस वार से नुकसान

एयरटेल, वोडाफोन जैसी टेलीकॉम कंपनियों को प्राइस वॉर में नुकसान के बाद यह प्‍लान लॉन्‍च करने पड़े हैं. रिलायंस Jio के आने के बाद कंपनियों को लगातार सस्ती या फ्री कॉल्स देकर नुकसान उठाना पड़ा है.