भारत के पहले कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप- आरोग्य सेतु (Aarogya Setu App) मोबाइल ऐप को पहले लॉकडाउन (Lockdown) के समय में लॉन्च किया गया था. इस ऐप को कोरोना (Coronavirus) संक्रमण लोगों को ट्रेस करने और कोरोना के बारें में फैल रहीं अफवाहों पर रोक लगाने के लिए बनाया गया है. लेकिन, पिछले कुछ दिनों में ऐप की सुरक्षा को लेकर कई सवाल सामने आ रहे है. जिसमें यूजर्स के डेटा को खतरा होने का दावा भी किया जा रहा है. हालांकि, ऐप के डेवलपर्स ने हालही में ट्वीट करके जानकारी दी है कि ये ऐप पूरी तरह से सुरक्षित है. साथ ही ऐप में किसी भी यूजर के डेटा को कोई खतरा नहीं है. 

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दरसअल, फ्रांसीसी सिक्योरिटी रिसर्चर इलियट एल्डरसन ने ट्वीट करके आरोग्स सेतु ऐप के सिक्योरीटी पर सवाल उठाय थे. साथ ही ट्वीट में लिखा था कि ऐप से 90 मिलियन भारतियों को पर्सनल डेटा को खतरा है. जिसका जबाव देते हुए ऐप ने एक बयान जारी कर किया है. जिसमें बताया गया है कि ये ऐप यूजर लोकेशन को कलेक्ट करता है और इसे सर्वर में स्टोर करता है. दावे के मुताबिक इसे सिक्योर, एनक्रिप्टेड और एनोनिमस तरीके से रखा जाता है. 

स्टेटमेंट के मुताबिक इस ऐप को लगभग 9 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है. यह ऐप यूजर्स को यह जानने में मदद करता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं. साथ ही सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फर्जी आरोग्य सेतु एप से भी सरकार की तरफ से सावधान रहने को कहा गया है. आरोग्य सेतु एप्लिकेशन गूगल प्ले स्टोर, एप्पल स्टोर, मेरी सरकार (माईगॉव) वेबसाइट पर उपलब्ध है. लोगों को आगाह किया है कि सोशल मीडिया के जरिए यदि कोई आरोग्य सेतु ऐप का लिंक भेजने का दावा करे तो उसे क्लिक न किया जाए. वो वायरस हो सकता है. ऐसे लिंक के बारे में पर रिपोर्ट करने को भी कहा गया है.

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कोरोना वायरस को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu app) को लॉन्च किया गया था. ऐप की मदद से यूजर्स कोरोना हॉटस्पॉट और संक्रमण की स्थिति को ट्रैक कर सकते थे, लेकिन अब जल्द ही इस ऐप में आपको e-pass बनवाने का भी ऑप्शन मिलेगा. अब आपको ई-पास बनवाने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा. आप इस ऐप की मदद से अपने घर बैठे ही ई-पास बनवा सकेंगे. बता दें आने वाले दिनों में आरोग्य सेतु ऐप से ई-पास जारी किए जाएंगे. ई-पास के जरिए लोग शहर में जरूरी काम के लिए ट्रैवल कर पाएंगे. अभी तक लोगों को ई-पास के लिए फोन से मैसेज, वॉट्सऐप या फिर ऑनलाइन अप्लाई करना होता था.