Zomato: ऑल टाइम लो पर शेयर; Jefferies क्यों है बुलिश? चेक करें टारगेट, आगे 144% उछल सकता है स्टॉक
Zomato Stock Price: ऐप बेस्ड फूड डिलिवरी कंपनी Zomato के शेयर मंगलवार (26 जुलाई 2022) रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया. स्टॉक ने 41.25 रुपये का 52 हफ्ते का ऑल टाइम लो बनाया.
Zomato Stock Price: ऐप बेस्ड फूड डिलिवरी कंपनी Zomato का शेयर मंगलवार (26 जुलाई 2022) को रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया. स्टॉक ने 41.25 रुपये का 52 हफ्ते का ऑल टाइम लो बनाया. दरअसल, प्री-ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल पर एक साल का लॉक-इन 23 जुलाई 2022 को समाप्त हो गया. जिसके बाद से शेयर में तेज बिकवाली देखी गई. अपने रिकॉर्ड हाई से स्टॉक करीब 76 फीसदी टूट चुका है. इसके बावजूद ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) स्टॉक पर बुलिश नजर आ रहा है. जेफरीज ने जोमैटो के स्टॉक पर खरीदारी (Buy on Zomato) की सलाह दी है. साथ ही टारगेट प्राइस 100 रुपये प्रति शेयर रखा है. इस तरह शेयर में आगे करीब 144 फीसदी का तगड़ा उछाल आ सकता है.
Jefferies क्यों है बुलिश?
जोमैटो के शेयर में हुए मूवमेंट पर ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का कहना है कि यह 'सुबह से पहले का अंधियारा' है. ब्रोकरेज के मुताबिक, दुनियाभर में फेड की सख्ती और कैशफ्लो पर निवेशकों के फोकस के बीच फूड टेक समेत इंटरनेट कंपनियां रडार पर है. जोमैटो पर पिछले साल लिस्टिंग के समय जो उत्साह था, अब वो ठंडा पड़ चुका है. यह शेयर अपने पीयर्स में इस साल अब तक अंडरपरफॉर्मर रहा है. ब्लिंकिट के अधिग्रहण से प्रॉफिटबिलिटी का रास्ता दिख रहा है और ब्रेकइवन पर मैनेजमेंट के गाइडेंस के बावजूद निवेशक ज्यादा 'बेनेफिट ऑफ डाउट' नहीं दे रहे हैं. जेफरीज का मानना है कि लॉन्ग टर्म निवेशक जोमैटो के स्टॉक पर खरीदारी कर सकते हैं.
ब्रोकरेज के मुताबिक, अपसाइड सिनेरियो में शेयर 160 रुपये और डाउनसाइड सिनेरियो में 40 का लेवल टच कर सकता है. जेफरीज के मुताबिक, जोमैटो के शेयर प्राइस में तेज करेक्शन के बाद शेयर 0.9x 1Y forward EV/GMV और 3.5x EV/Revenue पर ट्रेड कर रहा है. यह ग्लोबल और रीजन पीयर्स में प्रीमियम पर है. FY22-25E के दौरान 30 फीसदी के दमदार जीएजीआर के बावजूद फूड डिलिवरी में आगे लगातार प्रॉफिटेबिलिटी की उम्मीद है.
Zomato में सेलऑफ की वजह!
दरअसल, जोमैटो के मामले में प्री-ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल पर एक साल का लॉक-इन 23 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है. नियम है कि जिस भी कंपनी में प्रमोटर कैटेगरी जीरो फीसदी है. यानी, उनकी प्रमोटर कैटेगरी में कोई शेयरहोल्डर नहीं है. इसमें आईपीओ से पहले जो भी इक्विटी शेयर कैपिटल है, वो अलॉटमेंट डेट से एक साल के लिए लॉक-इन पीरियड में चली जाती है. मतलब, जितनी भी प्री-इश्यू शेयर कैपिटल थी, वो एक साल तक जितने भी शेयरहोल्डर हैं वो बेच नहीं सकते हैं. हालांकि, इसमें कुछ-कुछ छूट है, जिसमें कंपनी अपनी आरएचपी में लिख देती है कि इन-इन शेयरहोल्डर्स को छूट है.
रिकॉर्ड हाई से 76% टूटा शेयर
Zomato लिमिटेड के स्टॉक की शेयर बाजार में लिस्टिंग 23 जुलाई 2021 को हुई थी. आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 76 रुपये था, जबकि यह 115 रुपये पर लिस्ट हुआ. वहीं, लिस्टिंग के दिन यह 66 फीसदी प्रीमियम के साथ 126 रुपये के भाव पर बंद हुआ. लिस्ट होने के बाद 16 नवंबर 2021 में यह शेयर 169 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया. हालांकि उसके बाद से इसमें करेक्शन है. 26 जुलाई 2022 के सेशन में स्टॉक 41 रुपये के भाव तक सस्ता हो चुका है. इस तरह रिकॉर्ड हाई से 76 फीसदी का करेक्शन स्टॉक में आ चुका है. इस साल अब तक शेयर में 71 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर पर राय ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)