Zerodha के नितिन कामत की वित्त मंत्री से मांग, भारतीय बाजार में निवेश करने के लिए NRIs को मिले ये सुविधा
Zerodha Co-Founder Nithin Kamath: नितिन कामत ने कहा कि इस समय शेयर बाजार में पैसा लगाने का एक अच्छा मौका है. लेकिन NRIs का शेयर बाजार में पैसा लगाने की प्रोसेस काफी मुश्किल है, जिसकी वजह से नॉन रेजिडेंट इंडियंस के सामने काफी मुश्किलें आती हैं.
Zerodha Co-Founder Nithin Kamath: ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी जीरोधा ने आगामी बजट से पहले देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) से एक मांग की है. जीरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने वित्त मंत्री के सामने एक सुझाव रखा है. नितिन कामत ने अपने ट्विटर हैंडल से एक थ्रेड पोस्ट किया है. नितिन कामत ने कहा कि NRIs को भारतीय बाजारों में पैसा लगाने के लिए ऑनलाइन तरीके से डीमैट अकाउंट खोलने की अनुमित देनी चाहिए. हालांकि उन्होंने इस काम का काफी मुश्किल बताया है लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सुझाव दिया है कि NRIs के डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन तरीके से खोलने की मंजूरी देनी चाहिए.
भारतीय बाजारों में पैसा कमाने का मौका
जीरोधा के को-फाउंडर नितिन कामत का कहना है कि भारतीय बाजार मौजूदा समय में अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं. नितिन कामत ने कहा कि इस समय शेयर बाजार में पैसा लगाने का एक अच्छा मौका है. लेकिन NRIs का शेयर बाजार में पैसा लगाने की प्रोसेस काफी मुश्किल है, जिसकी वजह से नॉन रेजिडेंट इंडियंस के सामने काफी मुश्किलें आती हैं.
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नितिन कामत ने आगे लिखा कि भारतीय शेयर बाजार में रिटेल इन्वेस्टर की भागीदारी ऑनलाइन ऑनबोर्डिंग की वजह से ज्यादा हुई है. इसके बाद नितिन कामत ने ऑन बोर्डिंग के 2 तरीकों के बारे में डीटेल में जानकारी दी है.
इन 2 तरीकों से खुलवा सकते हैं अकाउंट
नितिन कामत ने ट्वीट थ्रेड में लिखा कि भारत में मौजूदा समय में 2 तरीकों से खाता खोला जा सकता है. इसमें KYC और ऑथराइजेशन (Sign) शामिल है. NRE/NRO बैंक खाते के साथ एक NRI के पास पहले से ही अपडेटेड KYC है. CKYC के जरिए दूसरे फाइनेंशियल इंटरमीडियरीज को एक्सेस कर सकते हैं.
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लेकिन NRI के पास एक आधार नंबर नहीं होगा, जो उनके मोबाइल नंबर से लिंक हो. इसलिए नॉन रेजिडेंट इंडियंस, e-Sign का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए नितिन कामत ने अपनी आगे की बात कही.
NRIs के लिए यूपीआई की मंजूरी
नितिन कामत ने कहा कि अब एनआरआई यानी नॉन रेजिडेंट इंडियंस को उनके इंटरनेशनल मोबाइल नंबर पर यूपीआई (UPI) मैप करने की अनुमति मिल चुकी है. ऐसे में अगर, NRIs को उस नंबर से e-Sign की अनुमति दे दी जाए तो इससे ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन खोलने में मदद मिल जाएगी. नितिन कामत ने कहा कि भारत के बाहर NRI सबसे अमीर कैटेगरी में से एक हैं. वापस इंडिया में निवेश करने के लिए हम उनके लिए डीमैट अकाउंट ऑनलाइन खुलवाने में मदद कर सकते हैं.