Tata Motors Stock: टाटा ग्रुप के मल्टीबैगर ऑटो स्टॉक टाटा मोटर्स (Tata Motors) में बुधवार को जबरदस्त गिरावट आई. शेयर में करीब 3.5 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी के साथ कारोबार शुरू हुआ और यह शुरुआती घंटे के कारोबार में ही 5 फीसदी से ज्यादा कमजोर हो गया. टाटा मोटर्स में गिरावट की बड़ी वजह JLR की डिमांड में कमी आने की आशंका है. ऑर्डर बुक प्री-कोविड लेवल के नीचे आ गई है. कमजोर आउटलुक को देखते हुए ग्लोबल ब्रोकरेज UBS ने टाटा मोटर्स पर SELL की सलाह दी है. वहीं, BMW ने चीन को लेकर गाइडेंस घटाया है. यह एक बड़ा संकेत है. 

Tata Motors: बेचकर निकल जाएं 

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UBS ने टाटा मोटर्स पर बिकवाली की सलाह बनाए रखी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 825 रुपये रखा है. 10 सितंबर 2024 को भाव 1036 पर बंद हुआ था. इस तरह मौजूदा भाव से शेयर करीब 20 फीसदी नीचे फिसल सकता है. 

टाटा मोटर्स में बुधवार (11 सितंबर) के कारोबार में 3.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 998 पर शुरुआत हुई. अगले घंटे भर में शेयर 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया. BSE पर स्टॉक का 52 वीक हाई 1,179.05 और लो 608.45 है. कंपनी का मार्केट कैप 3.61 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है. 

टाटा मोटर्स ने बीते कुछ सालों में जबरदस्त रैली देखने को मिली थी. बीते 2 साल में शेयर 120 फीसदी से ज्यादा उछल चुका है. जबकि 1 साल का रिटर्न 55 फीसदी और 2024 में अबतक 23 फीसदी रहा है. 

Tata Motors पर क्या है UBS की कमेंट्री 

ब्रोकरेज का कहना है, ग्लोबल डिमांड खासकर चीन में सुस्ती आने की आशंका है. Range Rover Sport के डिस्काउंट में बड़ा उछाल आया है. आगे भी डिस्काउन्ट्स बढ़ने का अनुमान है. एल्युमीनियम सप्लायर के यहां बाढ़ होने से नियर टर्म में डिलीवरी पर असर होगा. नए मॉडल्स के मांग नरम पड़ा होना शुरू हुई है. आर्डर बुक प्री-कोविड लेवल के नीचे आ गया है. बढ़ते डिस्काउंट और कमजोर ICE/ हाइब्रिड लॉन्च पाइपलाइन से FY26 के फाइनेंशियल पर बड़ा असर संभव है. JLR के मार्जिन स्लिपेज एक बड़ा डाउनसाइड रिस्क है. 

BMW का गाइडेंस घटाना बड़ा संकेत 

प्रीमियम कार बेचने वाली कंपनी BMW ने 2024 की गाइडेंस घटाई है. 2024 EBIT मार्जिन को 8-10% से घटाकर 6-7% किया है. RoCE 15-20% से घटाकर 11-13% किया. पिछले साल की तुलना में PBT में भारी गिरावट की उम्मीद है. पिछले साल की तुलना में डिलीवरी में थोड़ी कमी की उम्मीद है. पहले थोड़ी बढ़ोतरी की गाइडेंस दी थी.  

BMW की ओर से गाइडेंस घटाने की बड़ी वजह चीन में गाड़ियों की कमजोर मांग है. सरकार की ओर से कंज्यूमर सेंटीमेंट को सुधरने की कोशिश के बावजूद सेंटीमेंट कमजोर है. गाइडेंस काटने की एक बड़ी वजह प्रोडक्ट रिकॉल से संबंधित खर्च भी है. 15 लाख गाड़ियों के ब्रैकिंग सिस्टम में खराबी से गाड़ियां रिकॉल करनी पड़ी है. इसका असर ऑटो कम्पोनेंट बनाने वाली कंपनियों जैसेकि संवर्धन मदरसन (Samvardhan Motherson) पर भी होगा. क्योंकि संवर्धन मदरसन की कुल आय में BMW और Volkswagon का करीब 14% हिस्सा है. 

 

(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीद/बिक्री की सलाह ब्रोकरेज ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)