फार्मा शेयर में लगा दें पैसा! अनिल सिंघवी ने इंट्राडे के लिए दिया टारगेट
Stock to BUY: मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने आज ट्रेडर्स के लिए Lupin Futures में खरीदारी करने की सलाह दी है. इसके पीछे कंपनी की ओर से आई नई खबर है.
Stock to BUY: घरेलू शेयर बाजारों की सुस्ती जारी है. इस हफ्ते बाजार में तेज उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल रहा है. साथ ही आज मंगलवार (31 दिसंबर) को साल के आखिरी दिन ग्लोबल बाजारों से कमजोरी के संकेत भी आ रहे हैं. लेकिन इस बीच इंट्राडे में स्टॉक में खरीदारी-बिकवाली करने वाले ट्रेडर्स के लिए Stock Picks भी आ रहे हैं.
मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने आज ट्रेडर्स के लिए Lupin Futures में खरीदारी करने की सलाह दी है. इसके पीछे कंपनी की ओर से आई नई खबर है.
Buy Lupin Futures:
Lupin Futures में खरीदारी करके चलें. सपोर्ट लेवल 2285 और 2270 पर रखें. 2350 और 2375 का हायर लेवल रखा है. कंपनी ने अपनी डायबिटीज केयर पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए नई इंसुलिन खरीदी है, जो कंपनी के लिए अच्छी खबर है. सलाह रहेगी कि ट्रेडर्स इस शेयर को खरीदें और गिरावट आती है तो और एक्युमुलेट करें.
Lupin ने बढ़ाया अपना पोर्टफोलियो
फार्मा कंपनी लुपिन लिमिटेड ने भारत में 'ह्यूमिन्सुलिन' दवा का अधिग्रहण किया है. यह दवा मधुमेह (डायबिटीज) के इलाज में इस्तेमाल होती है और इसे Eli Lilly & Co. से खरीदा गया है. यह कदम लुपिन की मधुमेह के इलाज के लिए दवाओं की पोर्टफोलियो को और मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है. लुपिन पहले से ही भारत में एलि लिली एंड कंपनी के साथ वितरण और प्रचार समझौतों के तहत 'ह्यूमिन्सुलिन' दवाओं की मार्केटिंग कर रहा था.
लुपिन के प्रबंध निदेशक, नीलेश गुप्ता ने कहा, "यह अधिग्रहण हमारे मधुमेह पोर्टफोलियो का विस्तार करने और मरीजों को किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है. यह डायबिटीज से लड़ने और मरीजों को समग्र देखभाल देने की हमारी कोशिशों को बढ़ावा देगा."
'ह्यूमिन्सुलिन' का इस्तेमाल
यह दवा टाइप 1 और टाइप 2 मधुमेह के मरीजों में ब्लड शुगर नियंत्रण में सुधार के लिए उपयोग की जाती है. यह वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए उपयुक्त है. टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का इलाज मैनेज करने के लिए किया जाता है. वहीं टाइप 2 डायबिटीज में समय के साथ, इस बीमारी के बढ़ने पर इंसुलिन की जरूरत पड़ती है. भारत में मधुमेह से प्रभावित लोगों की संख्या बहुत अधिक है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए 'ह्यूमिन्सुलिन' जैसी इंसुलिन दवाएं अन्य चिकित्सा उपचारों के साथ मिलकर दी जाती हैं.