Top Stocks to Buy: घरेलू शेयर बाजारों ने बुधवार (28 जून) को नया रिकॉर्ड बनााया. बीते एक साल के दौरान बाजार की उठापटक में कई स्‍टॉक मल्‍टीबैगर बने हैं. इनमें रिन्‍युएबल्‍स एनर्जी सेक्‍टर का स्‍टॉक सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) भी है. विंड एनर्जी सेक्‍टर में देश की लीडिंग कंपनी के शेयरों में बीते कुछ महीनों में तगड़ा मूवमेंट देखने को मिला है. बीते 3 महीने में इस शेयर में 110 फीसदी का उछाल आ चुका है. ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्‍युरिटीज ने सुजलॉन एनर्जी में BUY की सलाह के साथ कवरेज शुरू किया है. ब्रोकरेज का कहना कंपनी बीते एक दशक के अपने 'रोलरकॉस्‍टर' सफर से निकलकर एक शेप में आ रही है. आने वाले समय में बिजली की जरूरतों को पूरा करने में विंड एनर्जी का भी बड़ा रोल होगा. ऐसे में भारतीय पावर ग्रिड में ज्‍यादा से ज्‍यादा विंड एनर्जी कनेक्‍ट करने की जरूरत होगी. इसके लिए इंडस्‍ट्री को नीतिगत सुधारों के जरिए रिवाइवल की उम्‍मीद है.

Suzlon Energy: ₹22 का लेवल टच करेगा शेयर

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ICICI सिक्‍युरिटीज ने सुजलॉन एनर्जी पर कवरेज शुरू किया है. प्रति शेयर 22 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की सलाह दी है. 28 जून 2023 को शेयर का भाव 14.80 रुपये पर था. इस तरह मौजूदा भाव से स्‍टॉक में आगे करीब 49 फीसदी का तगड़ा उछाल देखने को मिल सकता है. बीते एक साल में शेयर की परफॉर्मेंस देखें, तो यह निवेशकों के लिए मल्‍टीबैगर रहा है. एक साल का रिटर्न 135 फीसदी रहा है. जबकि, बीते 3 महीने में शेयर में जबरदस्‍त तेजी देखने को मिली. 28 मार्च 2023 के लेवल से शेयर करीब 110 फीसदी उछल गया. 28 मार्च को शेयर का भाव 7.05 रुपये था. यानी, महज 3 महीने में ही 1 लाख रुपये की निवेश वैल्‍यू 2 लाख रुपये से ज्‍यादा हो गई. BSE पर शेयर का मार्केट कैप करीब 18,311 करोड़ रुपये है.

Suzlon Energy: क्‍या है ब्रोकरेज की राय

ICICI सिक्‍युरिटीज का कहना है, कार्बन एमिशन को कम करने के दौरान एनर्जी की डिमांड को प्रभावी तरीके से पूरा करने की जरूतर होगी. इसके लिए पावर ग्रिड्स को समाधान की तलाश है. रिन्‍युएबल्‍स एनर्जी उस डिमांड को पूरा करने में एक बड़ा रोल अदा कर सकता है. विंड, सोलर और बैट्री स्‍टोरेज क्षमता के बेहतर मिक्‍स के जरिए रिन्‍युएबल्‍स की सप्‍लाई बढ़ाई जा सकती है. इसमें विंड एनर्जी से करीब 8 गीगावॉट सालाना क्षमता हासिल की जा सकती है. विंड एनर्जी को बूस्‍ट देने के लिए सरकार की ओर से नीतिगत पहल की गई है. इसमें सिंगल स्‍टेज क्‍लोज्‍ड बिडिंग, सालाना 10 गीगावॉट का विंड ऑक्‍शन और विंड-स्‍पेशिफिक RPO (रिन्‍युएबल्‍स खरीद दायित्‍व) शामिल हैं. इन नीतियों से इंडस्‍ट्री को बूस्‍ट मिल सकता है. ब्रोकरेज का मानना है कि सुजलॉन एजर्नी मार्केट लीडर है और सरकार की इन नीतियों का इसे अच्‍छा-खासा फायदा होगा. 

ब्रोकरेज का कहना है कि सुजलॉन की बैलेंश सीट पर नेट डेट/ EBITDA रेश्‍यो घटकर करीब 1x रह गया है, जो कि  FY22 करीब 10x था. मार्च 2023 तक कंनी का कर्ज घटकर 1200 करोड़ रुपये रह गया. वित्‍त वर्ष 2023 में कुल कर्ज 13,000 करोड़ रुपये था. दूसरी ओर, इंडस्‍ट्री में तेजी से सुधार की उम्‍मीद है. मार्केट ग्रोथ 35% CAGR रह सकती है. विंड एनर्जी के सेक्‍टर में सुजलॉन एनर्जी सबसे बड़ी कंपनी है. घरेलू बाजार में कंपनी का मार्केट शेयर 33 फीसदी है.

कंपनी के पास ग्‍लोबल स्‍तर पर 20GW की ऑपरेशनल विंड पावर कैपेसिटी है. इसमें यह अपनी प्रतिस्‍पर्धी कंपनियों से काफी आगे है. कंपनी मौजूदा ऑर्डर बुक 1.5GW की है, जो कि अगले 2 साल में पूरे हो जाएंगे. ब्रोकरेज का मानना है कि FY23-FY25E के दौरान कंपनी का रेवेन्‍यू 37 फीसदी CAGR से बढ़कर करीब 11,200 करोड़ हो सकता है. EBITDA CAGR  37 फीसदी बढ़कर 1,600 करोड़ होने का अनुमान है. EBITDA मार्जिन 14 फीसदी रहने का अनुमान है. FY25E में कपंनी 1100 करोड़ का मुनाफा निकाल सकती है.

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)