3 महीने के लिए खरीदें ₹175 वाला यह ऑटो स्टॉक, जानें कमाई वाला टारगेट और स्टॉपलॉस डीटेल
Stocks to BUY: शेयर बाजार में इस समय ज्यादा हलचल नहीं है. ग्लोबल फैक्टर्स हावी हैं. ऐसे में शॉर्ट टर्म के लिहाज से ब्रोकरेज ने Ashok Leyland में खरीद की सलाह दी है. जानिए 3 महीने का टारगेट और स्टॉपलॉस डीटेल.
Stocks to BUY: शेयर बाजार पर दबाव देखा जा रहा है. दोपहर में कारोबार के दौरान सेंसेक्स में सवा सौ अंकों की गिरावट है. ज्यादातर इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जबकि ऑटो इंडेक्स हरे निशान में है. इस समय बाजार का मूवमेंट ग्लोबल मार्केट, डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड के एक्शन से सीधा प्रभावित हो रहा है. अगर आप शॉर्ट टर्म के निवेशक हैं तो ब्रोकरेज फर्म ने ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड को निवेशकों के लिए चुना है. यह शेयर 175 रुपए (Ashok Leyland Share Price) के स्तर पर कारोबार कर रहा है.
Ashok Leyland Share Price Target
ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए अशोक लीलैंड में खरीद की सलाह दी है. 172-178 रुपए के रेंज में इस शेयर को अगले 3 महीने के लिहाज से खरीदें. 202 रुपए का टारगेट दिया गया है, जबकि 163 रुपए का स्टॉपलॉस रखना है.
Ashok Leyland के लिए इंट्राडे टारगेट-स्टॉपलॉस
ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इंट्राडे के लिहाज से इस स्टॉक के लिए 173 रुपए पर पहला, 170 रुपए पर दूसरा और 167 रुपए पर तीसरा सपोर्ट है. इसी प्रकार 180 रुपए पर पहला, 182 रुपए पर दूसरा और 186 रुपए पर तीसरा अवरोध हैं. ये सपोर्ट और रेसिसटेंस कैश मार्केट में इंट्राडे के लिहाज से है.
Ashok Leyland Share Price History
अशोक लीलैंड के लिए 52 वीक का हाई 191.50 रुपए और लो 133.10 रुपए है. अभी के भाव के आधार पर एक हफ्ते में इस शेयर में करीब 1.5 फीसदी की तेजी आई है. एक महीने में यह 3 फीसदी उछला है. तीन महीने में इसमें 5.6 फीसदी का करेक्शन आया है. इस साल अब तक करीब 24 फीसदी, एक साल में 23 फीसदी और तीन साल में 95 फीसदी का उछाल आया है.
इलेक्ट्रिक व्हीकल योजना को लेकर साझेदार की तलाश
बीते हफ्ते खबर आई थी कि अशोक लेलैंड अपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल आर्म स्विच मोबिलिटी के लिए बाहरी निवेश पाने की इच्छुक है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर शेनु अग्रवाल ने कहा कि इसके लिए ‘सही रणनीतिक साझेदार’ का इंतजार है. उन्होंने कहा कि जब तक कोई ऐसा सहयोगी नहीं मिल जाता, तब तक कंपनी अपने दम पर निवेश करने से नहीं कतराएगी. उन्होंने विश्लेषकों से कहा कि स्विच इंडिया के आगे चलकर कम-से-कम परिचालन स्तर पर नकदी तटस्थ या नकदी सकारात्मक रहने की संभावना है. इस खबर के बाद से स्टॉक में अच्छा मूवमेंट दिख रहा है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)