NBFC Stocks to Buy: देश की दिग्गज नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) बजाज फाइनेंस पर रिजर्व बैंक के एक्‍शन के बाद गुरुवार (16 नवंबर) को शेयर में कमजोर शुरुआत हुई. हालांकि बाद में गिरावट से उबरते हुए स्‍टॉक 1 फीसदी से ज्‍यादा बढ़त बनाने में कामयाब रहा. ब्रोकरेज हाउसेस को यह मल्‍टीबैगर एनबीएफसी स्‍टॉक मौजूदा लेवल पर आकर्षक नजर आ रहा है. ज्‍यादातर ब्रोकरेज ने बजाज फाइनेंस में निवेश की सलाह दी है. दरअसल, RBI ने बजाज फाइनेंस को ‘eCOM’ और ‘Insta EMI Card’ के जरिए लोन बांटने पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया है. 

Bajaj Finance: ₹10300 तक जा सकता है शेयर 

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मॉर्गन स्‍टैनली (Morgan Stanley) ने बजाज फाइनेंस पर 'ओवरवेट' की रेटिंग बनाए रखी है. साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 10,300 रुपये दिया है. 15 नवंब 2023 को शेयर का भाव 7224 पर बंद हुआ था. इस तरह मौजूदा भाव से स्‍टॉक करीब 42 फीसदी और उछल सकता है. बीते 5 साल में यह शेयर 200 फीसदी से ज्‍यादा उछल चुका है. 

जेफरीज (Jefferies) ने बजाज फाइनेंस पर खरीदारी की सलाह दी है. टारगेट 9470 रुपये रखा है. Citi ने शेयर पर 'न्‍यूट्रल' की सलाह दी है. टारगेट 8375 रुपये रखा है. CLSA ने बजाज फाइनेंस पर खरीदारी की सलाह दी है. टारगेट 9500 रुपये रखा है. 

इस स्टॉक के लिए 52 वीक हाई 8192 रुपए और लो 5485 रुपए है. एक महीने में इस स्टॉक में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. Q2 में कंपनी का AUM 33% के सालाना ग्रोथ के साथ 290264 करोड़ रुपए रहा. प्रॉफिट 28% ग्रोथ के साथ 3551 करोड़ रुपए रहा. ROE 24.10% रहा. नेट NPA 0.31% रहा.

Bajaj Finance को RBI का बड़ा झटका

RBI ने बजाज फाइनेंस को ‘eCOM’ और ‘Insta EMI Card’ के जरिए लोन बांटने पर तुरंत रोक लगाने का आदेश जारी किया है. सेंट्रल बैंक की तरफ से जारी बयान के मुताबिक यह एक्शन डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइन्स के प्रावधानों को पालन नहीं करने के कारण लिया गया है.  RBI की तरफ से जारी नोट में कहा गया कि बजाज फाइनेंस के ये दोनों फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स ने ग्राहकों को उचित फैक्ट स्टेटमेंट जारी नहीं किया है.

कंपनी के अन्य डिजिटल लेंडिंग प्रोडक्ट्स के फैक्ट स्टेटमेंट के मुकाबले इन दो प्रोडक्ट्स के फैक्ट स्टेटमेंट कमजोर हैं. यही वजह है कि रिजर्व बैंक ने इस तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया है. RBI ने 10 अगस्त 2022 को इस संबंध में एक गाइडलाइन जारी किया था. यह डिजिटल लेंडिंग से संबंधित था. इसका मकसद बॉरोवर को किसी भी तरह के फ्रॉड या स्कैम से बचाना था.

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)