DMART: डिस्काउंट के धंधे पर महंगाई पड़ी भारी, शेयर हुआ धराशायी
दिसंबर तिमाही में DMART का रिजल्ट कमजोर रहा. इसके बाद शेयर पर बिकवाली का दबाव बढ़ गया है. सोमवार को एवेन्यू सुपरमार्ट्स का शेयर बाजार का सामना नहीं कर सका और देखते ही देखते करीब 6% तक गिरकर पिछले 6 महीने का निचला स्तर छू लिया.
वीकेंड में आए नतीजों के बाद सोमवार को एवेन्यू सुपरमार्ट्स का शेयर बाजार का सामना नहीं कर सका और देखते ही देखते करीब 6% तक गिरकर पिछले 6 महीने का निचला स्तर छू लिया. इंट्राडे में 3,645 रुपए का निचला स्तर छूने के बाद आखिरकार ये करीब 5% की गिरावट के साथ 3,680 रुपए पर बंद हुआ. वैसे बाजार पर नजर रखने वाले इसमें गिरावट की आशंका पहले ही जता चुके थे, लेकिन गिरावट इतनी तेज आएगी, इसके बारे में किसी ने सोचा नहीं था. एवेन्यू सुपरमार्ट्स देश की जानी मानी रिटेल कंपनी है, जो डीमार्ट के नाम से सुपरमार्केट चेन चलाती है. साल 2002 में गठित इस कंपनी की पहुंच महाराष्ट्र और गुजरात समेत देश के 12 राज्यों के 302 लोकेशंस तक हो चुकी है. दिसंबर तिमाही के दौरान ही कंपनी ने 4 नए स्टोर खोले और अप्रैल-दिसंबर यानि पिछले 9 महीनों के दौरान इसने कुल 22 नए स्टोर खोले हैं.
महीने दर महीने गिर रहा है DMART का शेयर
हालांकि तेजी से विस्तार कर रही इस कंपनी का शेयर पिछले एक साल में जहां 16% तो अक्टूबर 2021 में 5900 रुपए का रिकॉर्ड स्तर छूने के बाद करीब 37% का गोता लगा चुका है. सिर्फ दिसंबर तिमाही के दौरान इस शेयर में करीब 25% की गिरावट आ चुकी है. चार्ट पर नजर डालें तो पिछले साल सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में लगातार गिरावट के बाद दिसंबर में करीब 1% की रिकवरी दिखी. लेकिन इस महीने फिर से शेयर करीब 10% तक लुढ़क चुका है. जो जून 2022 के बाद की सबसे बड़ी मंथली गिरावट है. वैसे इस महीने में अभी 2 हफ्ते बाकी हैं.
दिसंबर तिमाही के रिजल्ट से निराश हुए निवेशक
दिसंबर तिमाही में एवेन्यू सुपरमार्ट्स ने 590 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 7% ज्यादा है. लेकिन इतना मुनाफा बाजार को पसंद नहीं आया, क्योंकि बाजार को 657 करोड़ रुपए के मुनाफे की उम्मीद थी. बेशक 11,569 करोड़ रुपए की आय अनुमान के मुताबिक पिछले साल से करीब 25% ज्यादा रही. लेकिन आय के आंकड़े मनचाहा मुनाफा नहीं कमा सके. क्योंकि कंपनी के ऑपरेशंस पर लागत का प्रेशर बढ़ने से मार्जिन 9.4% से गिरकर 8.3% पर आ गई. जबकि बाजार को 9% मार्जिन रहने की उम्मीद थी. गौर करने वाली बात ये है कि दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 10,484 करोड़ रुपए खर्च किए, जो सितंबर तिमाही के मुकाबले जहां 9% ज्यादा है, वहीं पिछले साल की दिसंबर तिमाही के मुकाबले 26% ज्यादा है.
GM&A सेगमेंट ने बढ़ाया मार्जिन पर प्रेशर
GM&A सेगमेंट यानि जनरल मर्केंटाइल एंड अपैरल कैटेगरी. डीमार्ट की मार्जिन में इस सेगमेंट का सर्वाधिक अकेले 20% योगदान है. इस कैटेगरी में आने वाले अनाज, दाल, आटा, बेसन, सूजी और कपड़े की कीमतें पिछले एक साल में काफी बढ़ चुकी हैं. जबकि कंपनी का बिजनेस मॉडल डिस्काउंट देकर उच्चतम वॉल्यूम जनरेट करना है. खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिसंबर तिमाही में एक साल पहले के मुकाबले दाल, गेहूं, आटा और चावल की कीमतें 25-50% तक बढ़ चुकी हैं. वहीं कॉटन की कीमतें बढ़ने से कपड़ों की लागत भी बढ़ी है. साथ रही डिस्क्रिशनरी आईटम यानि गैर जरुरी वस्तुओं की बिक्री कमजोर पड़ने से मार्जिन पर चौतरफा प्रेशर पड़ा है.
दिग्गज ब्रोकेरेज ने बिगाड़ा मूड
मार्जिन पर प्रेशर के बाद एवेन्यू सुपरमार्ट्स को डाउनग्रेड कर दिग्गज ब्रोकरेजेज ने सारी कसर पूरी कर दी. जिससे शेयर की कीमतों पर दोतरफा मार पड़ी. UBS ने शेयर पर बिकवाली की राय के साथ टार्गेट 3700 रुपए से घटाकर 3530 रुपए कर दिया है. वहीं मॉर्गन स्टैनली ने इसे OVERWEIGHT से डाउनग्रेड कर EQUAL WEIGHT करने के साथ टार्गेट 4590 रुपए से घटाकर 3835 रुपए कर दिया. साथ ही जेफरीज ने होल्ड की राय में टार्गेट 4100 रुपए से घटाकर 3550 रुपए और गोल्डमैन सैक्स ने बिकवाली की राय में टार्गेट 3600 रुपए से घटाकर 3400 रुपए कर दिया है.
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