Stock Markets Crash: घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार (5 अगस्त) को भयानक गिरावट देखी जा रही है. सेंसेक्स आज 3% की बड़ी गिरावट के साथ खुला है तो निफ्टी भी 2% के नुकसान के साथ खुला. India VIX में करीब 18% की तेजी दर्ज हो रही है. इसके पहले सुबह प्री ओपनिंग से पहले Gift Nifty 368 अंक नीचे गिरा था. ग्लोबल बाजारों से आ रहे संकेतों से ही अंदाजा लग गया था कि बाजार आज बड़ा नुकसान उठाएंगे.

कितना गिरे बाजार?

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सेंसेक्स आज 2400 अंकों के नुकसान के साथ 78,588 पर खुला था. निफ्टी 415 अंक गिरकर 24,302 पर खुला और बैंक निफ्टी में 764 अंकों का नुकसान, 50,586 पर खुला था. बाजार खुलने के बाद मार्केट कैपिटलाइजेशन में तगड़ा नुकसान दर्ज किया गया. आज निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूबे हैं. शुक्रवार के बाद बाजार की कुल कंपनियों का मार्केट कैप 45,764,272.12 था, जोकि अब घटकर 4,47,41,730.94 हो गया है. यहां तक कि करेंसी मार्केट में भी रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर 83.78/$ पर खुला और 83.80/$ पर गया.

क्यों धड़ाम हुए शेयर बाजार?

बाजार में बड़ी गिरावट के पीछे कई वजहें रहीं, और सारी वजहें ग्लोबल बाजारों से ही आई हैं. दरअसल, ग्लोबल बाजारों में भी कोहराम मचा हुआ है. आइए जानते हैं, ऐसे मुख्य कारण.

1. अमेरिका में मंदी के डर से बाजार में बड़ी कमजोरी आई थी. वहां कमजोर आर्थिक आंकड़ों के चलते अब मंदी का डर सताने लगा है. दरअसल, जॉब डेटा भी अनुमान से कमजोर रहे हैं, ऊपर से बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3% पर पहुंच गई है. अमेरिका में बेरोजगारी दर 3 साल की ऊंचाई पर पहुंची है. जुलाई में 4.1 परसेंट अनुमान के मुकाबले बढ़कर 4.3 परसेंट हुई है, वहीं, नई नौकरियों की संख्या भी अनुमान से बहुत कम है. ऐसे में शुक्रवार को डाओ 600 अंक लुढ़का था तो नैस्डैक सवा चार सौ अंक टूटकर लाइफ हाई से 10 परसेंट नीचे आ गया था.

2. अमेरिकी बाजारों को मिडिल ईस्ट का तनाव भी सता रहा है. इजरायल, हमास और ईरान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है. अमेरिका ने ईरान को हमला न करने की चेतावनी दी है.

3. ऊपर से अमेरिका में नतीजों का भी सहारा नहीं मिल रहा है. Amazon, Intel के नतीजों ने निराश किया है. 

4. दिग्गज निवेशक Warren Buffet ने Apple में अपनी 50% हिस्सेदारी बेची है, ये भी बाजार के लिए बड़ा ट्रिगर है. 

5. जापान में येन Carry Trade खत्म होने का डर सता रहा है. दरअसल, डॉलर के मुकाबले जापान का येन 7 महीने की ऊंचाई पर है. बाजार चिंतित है कि येन carry trade के रिवर्स होने से भारी ग्लोबल बिकवाली आएगी. जापान में रेट्स बढ़ने और US में रेट्स घटने से carry trade पर नेगेटिव असर पड़ेगा. इस नेगेटिव असर की वजह से बाजार US एसेट्स को बेच रहे हैं. इस carry trade की unwinding से आगे और बिकवाली संभव है.

6. आर्थिक मंदी की आशंका में कच्चा तेल शुक्रवार को 3.5 परसेंट टूटकर 7 महीने के निचले स्तर पर 77 डॉलर के नीचे लुढ़का था. डॉलर इंडेक्स फिसलकर करीब 5 महीने के निचले स्तर पर 103 के पास था तो अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड सालभर में पहली बार 3.8 परसेंट के नीचे लुढ़की थी.