गिरते बाजार में SIP या स्टॉक्स? कहां पैसा लगाना होगा फायदे का सौदा
रिटेल निवेशकों को इस उथल-पुथल से भरे बाजार में पैसा लगाना चाहिए या म्यूचुअल फंड की तरफ रूख मोड़ लेना चाहिए. निवेश के नजरिए से शेयर बाजार में रिस्क और रिवॉर्ड दोनों म्यूचुअल फंड से अधिक होता है. चलिए उदाहरण से समझते हैं कि शेयर की तुलना में SIP ठीक है या नहीं.
शेयर या म्यूचुअल फंड?
शेयर या म्यूचुअल फंड?
इस साल 2 फीसदी की गिरावट के बाद सेंसेक्स ने आज फिर से हल्की तेजी दिखाई है, लेकिन यह तेजी 2 जनवरी जैसी नहीं है. उस दिन बाजार ने एक दिन में 1 फीसदी से अधिक का मूव दिखाया था. सवाल यहां ये खड़ा हो रहा है कि रिटेल निवेशकों को इस उथल-पुथल से भरे बाजार में पैसा लगाना चाहिए या म्यूचुअल फंड की तरफ रूख मोड़ लेना चाहिए. निवेश के नजरिए से शेयर बाजार में रिस्क और रिवॉर्ड दोनों म्यूचुअल फंड से अधिक होता है. चलिए उदाहरण से समझते हैं कि शेयर की तुलना में SIP ठीक है या नहीं.
शेयर बाजार कब है बेस्ट?
शेयर बाजार से पैसा कमाना एनालिसिस के साथ थोड़ा लक का भी खेल हो जाता है. कई बार आप कंपनी के फंडामेंटल और टेक्निकल पार्ट की एनालिसिस करने के बाद किसी शेयर में पैसा लगाते हैं और वह लगाने के ठीक बाद नीचे आना शुरू कर देता है. कुछ शेयर के मामले में तो वह कई दिनों तक कॉसोलिडेशन मोड में चला जाता है. आप LIC का ही शेयर उठाकर देख लीजिए. फंडामेंटल के लिहाज से बेस्ट शेयर का पिछले 6 महीने का रिटर्न निगेटिव है. इस शेयर ने 17 नवंबर 2023 से 26 जुलाई 2024 के बीच 92 फीसदी का रिटर्न दिया था. उसके बाद से इसमें जो गिरावट आई ये उठ ही नहीं पाया.
हालांकि इस स्टॉक में आई गिरावट का एक बड़ा कारण भारतीय बाजार का बेयरिश मोड है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ इसी शेयर के साथ ऐसा हुआ है. आप निफ्टी का ही चार्ट उठाकर देख लीजिए. पिछले 6 महीने में 5.77% का निगेटिव रिटर्न है. यानी निफ्टी-50 के मोस्टली स्टॉक ही पिछले 6 महीने से नुकसान में है. इसलिए एक्सपर्ट ये मानते हैं कि जिन निवेशकों को बाजार की सीख नहीं है उसे गिरते बाजार में ट्रेडिंग करने से बचना चाहिए.
म्यूचुअल फंड कब बन जाता है निवेश का हीरो
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
वहीं जब आप म्यूचुअल फंड की बात करते हैं तो आपको मैं सेम कंपनी के म्यूचुअल फंड का डेटा दिखाता हूं. इसमें आपको सिर्फ 3 फीसदी का निगेटिव रिटर्न मिलेगा. वैसे एक्सपर्ट म्यूचुअल फंड को कम रिस्क के साथ लॉन्ग टर्म के लिए होल्ड करने का सलाह देते हैं. क्योंकि इसमें अचानक से 5 फीसदी की गिरावट नहीं देखने को मिलती है. क्योंकि एक म्यूचुअल फंड कई सारे स्टॉक में छोटा-छोटा इंवेस्टमेंट करने के बाद तैयार होता है. वैसे भी एक्सपर्ट म्यूचुअल फंड में किए गए इंवस्टमेंट को कम से कम 3 साल के लिए होल्ड करने को कहते हैं. इस लिहाज से देखें तो इस म्यूचुअल फंड ने 1 लाख का 1,71,722 रुपए बना दिया है, जो 19 फीसदी का औसत सालाना रिटर्न को दिखाता है.
गिरते बाजार में कौन है बेस्ट?
अगर आप एक नौकरिपेशा व्यक्ति हैं और आप हर महीने एक तय अमाउंट इंवेस्ट करना चाहते हैं तो एक्सपर्ट के मुताबिक म्यूचुअल फंड बेस्ट विकल्प है. हालांकि अगर आपको बाजार की समझ है तो आप इससे भी पैसा कमा सकते हैं. लेकिन अगर हम म्यूचुअल फंड की बात करते हैं तो इसमें फायदा ये होता है कि मान लीजिए आप 5 हजार की SIP हर महीने कर रहे हैं और किसी महीने मार्केट नीचे चला जाता है तो आप उस महीने भी अपने SIP की मदद से अपने NAV की वैल्यू को एवरेज कर सकते हैं. इससे आपको लॉन्ग टर्म में एक अच्छा रिटर्न मिल सकता है. अगर आप 5 हजार रुपए की ही SIP करते हैं तो 15 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से अगले 10 सालों में आप 13 लाख 93 हजार का फंड बना लेंगे.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
02:54 PM IST