सेबी ने Do Not Exercise के विकल्प पर कंसल्टेशन पेपर जारी कर दिया है. अब In the Money सिंगल स्टॉक कॉन्ट्रैक्ट, एक्सपायरी के 1 दिन पहले फ्यूचर्स में बदलेगा. इसके चलते अचानक शेयर के भाव में बदलाव से बने जोखिम को कम किया जा सकेगा. जी बिजनेस ने 22 अक्टूबर को ही यह खबर बताई थी, जिस पर अब मुहर लग गई है.

प्रस्तावित नियम से मार्जिन के नियम में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. अभी Out of the Money के अचानक In the Money बनने पर फिजिकल सेटलमेंट का भारी जोखिम रहता है. इसका फायदा तमाम ट्रेडर्स को मिलेगा और उनका जोखिम पहले की तुलना में कम हो जाएगा.