‘द एशियन बैंकर’ ने SEBI को भारत में प्रतिभूति बाजारों के लिए नियामकीय ढांचे को मजबूत करने में अपनी भूमिका के लिए एशिया प्रशांत में ‘सर्वश्रेष्ठ व्यवसाय नियामक’ का पुरस्कार दिया है. यह पुरस्कार भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने हांगकांग में आयोजित एक समारोह में प्राप्त किया.

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‘द एशियन बैंकर’ ने बयान में कहा कि SEBI तत्काल निपटान की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहा है. चरणबद्ध तरीके से 2021 में टी+1 निपटान शुरू किया गया था, जिसे जनवरी, 2023 से पूरी तरह लागू किया गया.

‘द एशियन बैंकर’ ने कहा कि इस कदम से निवेशकों को कारोबार निष्पादन और निपटान के बाद अपने कोष तक तेजी से पहुंच मिली है, जिससे बाजार की दक्षता और नकदी बढ़ी है. बयान के मुताबिक, कठोर प्रवर्तन और नवाचारी नियामक व्यवहार के जरिये SEBI ने देश के वित्तीय बाजारों में काफी सुधार किया है.