RIL में तेजी हुई खत्म? पांच दिन में 11 फीसदी टूटा शेयर, 1 लाख करोड़ की मार्केट कैप साफ
पिछले पांच दिन में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सारी तेजी गायब हो गई है. आज के कारोबार में भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बाजार का मूड बिगाड़ने का काम किया.
RIL की मार्केट कैप TCS के मुकाबले पिछड़ गई है. (फोटो: PTI)
RIL की मार्केट कैप TCS के मुकाबले पिछड़ गई है. (फोटो: PTI)
अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की चिंता के बीच गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा. बाजार लगातार 7वें दिन गिरावट लेकर बाजार बंद हुए हैं. पिछले सात दिनों में सेंसेक्स करीब 1300 अंक टूट चुका है. बाजार की गिरावट में पिछले पांच दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का बड़ा रोल रहा है. पिछले पांच दिन में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सारी तेजी गायब हो गई है. आज के कारोबार में भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बाजार का मूड बिगाड़ने का काम किया. रिलायंस इंडस्ट्रीज मार्केट कैप के लिहाज से टीसीएस से पिछड़ गई है. पांच दिनों में RIL की करीब 1 लाख करोड़ की मार्केट कैप साफ हो गई है.
RIL की तेजी खत्म?
रिलायंस इंडस्ट्रीज में गिरावट दौर चल रहा है. पिछले 5 दिन की बात करें तो शेयर में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. 52 हफ्ते की ऊंचाई से शेयर 11 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. इस गिरावट के चलते अभी तक 1 लाख करोड़ रुपए की मार्केट कैप साफ हो चुकी है.
पांच दिन से लगातार गिर रहे रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने 3 मई को 1417 का हाई बनाया था. लेकिन, उसके बाद से लगातार गिरावट जारी है. आज के कारोबार में शेयर 1250 के स्तर तक लुढ़क गया था. हालांकि, इसके बाद शेयर 1253 के स्तर पर बंद हुआ.
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रिलायंस इंडस्ट्रीज में क्या है गिरावट का कारण, देखिए VIDEO
क्यों आई #RelianceIndustries के शेयरों में गिरावट?@AnilSinghviZEE @sandeepgrover09 pic.twitter.com/rasPHNNXlR
— Zee Business (@ZeeBusiness) May 9, 2019
क्या है गिरावट की वजह?
मॉर्गन स्टेनली ने RIL की रेटिंग को ओवरवेट से घटाकर इक्वलवेट कर दिया है. हालांकि, शेयर का लक्ष्य 1230 रुपए से बढ़ाकर 1349 रुपए किया गया है. मॉर्गन स्टेनली ने एनर्जी (कोर) कारोबार की दिक्कतों के कारण रेटिंग घटाई है. हालांकि, वायरलैस के ऊंचे वैल्युएशन्स, ब्रॉडबैंड NAV जोड़ने से लक्ष्य बढ़ाया गया है.
आपको बता दें, बीते 2 साल के मुनाफे की ग्रोथ रिवर्स होने की आशंका है. रिफाइनिंग कारोबार में दिक्कतों से ग्रोथ में धीमेपन देखने को मिल सकता है. FY20 के लिए EPS अनुमान में 15-17% की कटौती की है. FY20 में मुनाफे की ग्रोथ आधी होने का अनुमान है.
कोर कारोबार की 3 बड़ी दिक्कतें
1. भारी और मीधियम ग्रेड क्रूड के प्रीमियम में बढ़ोतरी (FY20 मुनाफे पर 6% असर)
2. पैराजाइलिन, MEG उत्पादों की ग्लोबल सप्लाई में इजाफा देखने को मिल रहा है.
3. गैस सप्लाई बढ़ने से पेटकोक गैसीफिकेशन से बचत कम होगी.
06:22 PM IST