Instant Settlement: स्‍टॉक मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग में सेटलमेंट का सिस्‍टम लाने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है. इससे निवेशक ट्रेडिंग के दिन ही सौदे सेटल कर सकेंगे. इसका मतलब कि ऐसी व्‍यवस्‍था पर विचार हो रहा है कि अगर आप शेयर खरीदते हैं, तो आपको शेयर उसी दिन मिल जाएंगे. वहीं अगर आप शेयर बेचते हैं, तो उसी दिन आपके अकाउंट में पैसे आ जाएंगे. मार्केट एक्‍सपर्ट का कहना है कि इंट्राडे ट्रेडिंग सेटलमेंट सिस्‍टम से निवेशकों और तेजी से शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकेंगे. उन्‍हें सौदे सेटल होने के लिए 2 दिन तक नहीं रुकना होगा. 

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मास्‍टर कैपिटल सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा का कहना है, इंस्‍टेंट सेटलमेंट सिस्‍टम भारतीय शेयर बाजार और म्‍यूचुअल फंड निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव डेवलपमेंट है. इससे लिक्विडिटी बढ़ेगी, रिस्‍क कम होगा और इफीशिएंसी बेहतर होगी. 

शेयर बाजार में सेबी ने जनवरी 2023 से T+1 ट्रेडिंग सिस्‍टम की शुरुआत की. अगर निवेशक बाजार में शेयर खरीदते हैं तो उसके अगले दिन शेयर डीमैट में आ जाता है. वहीं, शेयर बेचने पर अकाउंट में पैसा आने में ट्रेडिंग + 1 दिन का समय लगता है. 1 अक्‍टूबर 2023 से सभी शेयरों में T+1 सेटलमेंट सिस्‍टम लागू हो जाएगा.

ऐसा माना जा रहा है कि UPI और ऑनलाइन व्यवस्था से तेजी से इंट्राडे ट्रेडिंग सेटलमेंट मुमकिन हो सकेगा. वहीं जितनी डिपॉजिटरीज हैं वो ऑनलाइन हैं, वहां से शेयर लेकर या देकर सेटलमेंट हो सकता है. 

Stock Market निवेशकों पर क्‍या होगा असर

अरविंदर सिंह नंदा का कहना है, सेबी अगर इंट्राडे सेटलमेंट की व्‍यवस्‍था लेकर आता है, तो उसके कई असर देखने को मिलेंगे. इस त्‍वरित सेटलमेंट से शेयर बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे निवेशक ज्‍यादा तेजी से शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकेंगे. निवेशकों को शेयरों की खरीद या पहले से खरीदे हुए शेयरों की बिक्री करने पर सेटलमेंट के लिए दो दिन का इंतजार नहीं करना होगा. 

Mutual Fund निवेशकों पर क्‍या होगा असर

अरविंदर सिंह नंदा कहते हैं, त्‍वरित सेटलमेंट की व्‍यवस्‍था आने से म्‍यूचुअल फंड रिडम्‍शन पर तेजी से पैसा मिल सकेगा. ऐसा इसलिए क्‍योंकि म्‍यूचुअल फंड्स में आवदेन के दिन ही शेयरों का रिडम्‍शन कर सकेंगे. यह उन म्‍यूचुअल फंड निवेशकों के लिए अच्‍छा कदम होगा, जो रिडम्‍शन पर तुरंत कैश चाहते हैं. इस एक फायदा यह भी है कि आवेदन करने के दिन की NAV पर ही म्‍यूचुअल फंड्स का रिडम्‍शन और इन्‍वेस्‍टमेंट हो सकेगा. 

कई बड़े बदलाव की तैयारी में सेबी

सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने बीते सोमवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में यह जानकारी दी कि सेबी इंट्रा डे ट्रेडिंग में इंस्टेंट सेटलमेंट की व्यवस्था पर विचार कर रहा है. इसके अलावा, डीलिस्टिंग और F&O के लिए नए नियम लाने पर भी विचार किया जा रहा है. 

सेबी चेयरपर्सन के मुताबिक, डिलिस्टिंग के नियमों की समीक्षा की जा रही है. इसके लिए एक कमिटी बनाई गई है, जो जल्‍दी ही अपनी रिपोर्ट देगी. उसके बाद कंसल्‍टेशन पेपर आएगा और उसके बाद नियम बनाए जाएंगे. इसमें एक व्‍यवस्‍था पर विचार किया जा रहा है कि जो प्रमोटर हैं,क्‍या उनको एक फिक्‍स प्राइस ऑफर लाने की छूट दी जा सकती है.

वहीं, F&O के शेयरों पर नए नियम लाने की तैयारी है.  F&O में शेयरों की एंट्री किस तरह होती है, उनका पैमाना तय करने की बात थी. उसका पूरी तरह रिव्‍यू किया जा रहा है. एक बार इस पर मार्केट से लोगों से चर्चा की जा चुकी है. नए पैमाने फिर से सोचे जा रहे हैं और उस पर चर्चा के बाद जल्‍दी ही इस पर नियम लाए जाने की उम्‍मीद है. 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: शेयर बाजार/म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें. ) 

 

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