Dividend Profit: सरकार को BEL और HUDCO से हुई जबरदस्त कमाई, डिविडेंड में मिले ₹347 करोड़
Dividend Profit: सरकार को BEL से 224 करोड़ रुपए और HUDCO से 123 करोड़ रुपए की कमाई हुई. इससे पहले मंगलवार को सरकार को GAIL से 1,355 करोड़ रुपए की रकम मिली थी.
Dividend Profit: शेयर बाजार में कई कंपनियां डिविडेंड का ऐलान कर रही हैं. इससे कंपनियों के शेयरहोल्डर्स को जबरदस्त मुनाफा हो रहा. इसमें बतौर शेयरहोल्डर्स सरकार को भी जबरदस्त कमाई होती है. भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (BEL) और हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HUDCO) ने शेयरधारकों को डिविडेंड दिए, जिसमें सरकार को भी डिविडेंड मिला. ताजा आंकड़ों के मुताबिक डिविडेंड के तौर पर सरकार को इन 2 कंपनियों से 347 करोड़ रुपए का डिविडेंड मिला है. इसकी जानकारी DIPAM सेक्रेटरी ने ट्वीट करके दी.
सरकार की डिविडेंड से जोरदार कमाई
सोशल मीडिया पर दी जानकारी के मुताबिक सरकार को BEL से 224 करोड़ रुपए और HUDCO से 123 करोड़ रुपए की कमाई हुई. इससे पहले मंगलवार को सरकार को GAIL से 1,355 करोड़ रुपए की रकम मिली थी. बता दें कि कंपनियों को डिविडेंड देने की अनिवार्यता नहीं होती, बल्कि यह अर्निंग का एक हिस्सा होता है.
BEL और HUDCO का डिविडेंड
BSE पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड ने अपने शेयरधारकों को प्रति शेयर 60 पैसे का डिविडेंड दिया. कंपनी के बोर्ड ने डिविडेंड के लिए एक्स-डेट 24 मार्च, 2023 रखा था. HUDCO ने शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर 75 पैसे का अंतरिम डिविडेंड दिया. कंपनी ने इसके लिए 21 मार्च, 2023 को एक्स-डेट फिक्स किया था.
डिविडेंड क्या होता है?
डिविडेंड वो पेमेंट है जो एक कॅार्पोरेशन अपने शेयरहोल्डर को देता है. NSE की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक जब आप डिविडेंड का पेमेंट करने वाले शेयरों के मालिक होते हैं, तो आपको कंपनी के मुनाफे के एक हिस्से का भुगतान किया जाता है. जो आपको इनकम अर्न करने में मदद कर सकता है. डिविडेंड को पे करने वाली कंपनी के शेयर होल्डर तब तक योग्य होते हैं जब तक डिविडेंड प्री-डेट से पहले उनके पास होता है. डिविडेंड का पमेंट कंपनी की रिटेन्ड अर्निंग से भी किया जा सकता है.
डिविडेंड क्यों देती हैं कंपनियां?
डिविडेंड अक्सर शेयरहोल्डर किसी कंपनी में उनके निवेशकों के लिए इनाम के रूप में होते हैं. डिविडेंड पेमेंट कंपनी पर पॅाजिटिवली रिफ्लेक्ट होता है. डिविडेंड निवेशकों के भरोसा को बनाए रखने में मदद करता है. एक हाई वेल्यू डिविडेंड डिक्लेरेशन ये बताता है कि कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है. साथ ही कंपनी अच्छा मुनाफा कमा कर रही है. लेकिन ये इस बात का भी संकेत दे सकता है कि कंपनी के पास फ्यूचर में बेहतर रिटर्न देने के लिए प्रोजेक्ट नहीं हैं. इसलिए कंपनी अपने कैश का यूज शेयरहोल्डर को पेमेंट करने के बजाय कंपनी की ग्रोथ में रिइनवेस्ट करने के लिए कर रही है.
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