Bonus Share: कैपिटल मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने सोमवार (5 अगस्त) को बोनस शेयर को खाते में जमा करने और कारोबार सुनिश्चित करने के लिए एक समान समयसीमा का प्रस्ताव रखा. सेबी ने कहा कि रिकॉर्ड डेट के बाद ऐसे शेयरों के T+2 यानी सौदे वाले दिन के अलावा दो दिन में कारोबार को सक्षम करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए ऐसा जरूरी है. 

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इस समय आईसीडीआर (पूंजी जारी करना और खुलासा जरूरी) नियम बोनस इश्यू के कार्यान्वयन के संबंध में समग्र समयसीमा निर्धारित करते हैं. हालांकि, इश्यू की रिकॉर्ड डेट से बोनस शेयरों को खाते में जमा करने और ऐसे शेयरों के व्यापार के लिए कोई विशिष्ट समयसीमा नहीं है.

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क्या है मौजूदा नियम?

सेबी ने अपने कंसल्टेशन पेपर में कहा, इस प्रकार, किसी विशिष्ट दिशानिर्देश के अभाव में समयसीमा के संबंध में असमानता देखने को मिलती है. इस समय बोनस इश्यू के बाद, मौजूदा शेयरों का उसी इंटरनेशनल सिक्योरिटीज आइडेन्टिफिकेशन नंबरिंग सिस्टम (ISIN) के तहत कारोबार जारी रहता है और नए बोनस शेयर रिकॉर्ड डेट के बाद 2-7 वर्किंग डे के भीतर खाते में जमा किए जाते हैं और कारोबार के लिए उपलब्ध होते हैं. सेबी ने प्रस्तावों पर 26 अगस्त तक टिप्पणियां मांगी हैं.

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