ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप (Startup) जेप्टो (Zepto) के बारे में आज के वक्त में लगभग हर कोई जानता है. यह कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है और अगले 18 से 24 महीने में सेल्स के मामले में राधाकिशन दमानी (Radhakishan Damani) ऑफलाइन रिटेल कंपनी डीमार्ट (Dmart) को भी पछाड़ सकती है. यह कहना है जेप्टो के को-फाउंडर और सीईओ आदित पलीचा (Aadit Palicha) का. उन्होंने शनिवार को दिल्ली में हुए JIIF फाउंडेशन डे कार्यक्रम के दौरान ऐसा दावा किया.

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आदित पलीचा ने कहा कि अभी डीमार्ट 30 अरब डॉलर की कंपनी है और बिक्री के मामले में व हमसे करीब 4.5 गुना बड़ी है. वह बोले कि अगर जेप्टो अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखती है, तो कंपनी की सेल्स हर साल 2-3 गुना बढ़ती रहेगी. अगर यह रफ्तार जारी रहती है तो अगले 18-24 महीनों में जेप्टो डीमार्ट से भी आगे निकल जाएगी, जो एक शानदार कंज्यूमर कंपनी है.

5-10 साल में 2.5 लाख करोड़ रुपये

उन्होंने कहा कि कंपनी अगर कारोबार को अच्छी तरह से चलाए तो उसकी आमदनी 5 से 10 साल में कई गुना बढ़कर 2.5 लाख करोड़ रुपये हो सकती है. बता दें कि पिछले साल अगस्त महीने के आखिरी हफ्ते में जेप्टो यूनिकॉर्न बनी थी. पालीचा ने कहा कि किराना और घरेलू आवश्यक सामान में सभी श्रेणियां आ जाती हैं, जो भारत में अग्रणी ई-कॉमर्स मंच फ्लिपकार्ट और अमेजन पर बेची जाती हैं. 

उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारत में किराना और आवश्यक घरेलू वस्तुओं का बाजार लगभग 650 अरब डॉलर का था और यह नौ प्रतिशत सीएजीआर (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) से बढ़ रहा है. इसके वित्त वर्ष 2028-29 तक लगभग 850 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. 

पालीचा ने कहा, “यदि हम इसे अच्छी तरह क्रियान्वित करते हैं, तो हम इस कारोबार को आज के 10,000 करोड़ रुपये से अगले 10 वर्षों या अगले पांच वर्षों में संभावित रूप से 2.5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार तक ले जा सकते हैं.” 

उन्होंने कहा, “आपकी किराना दुकान, अमेजन और फ्लिपकार्ट द्वारा दी जाने वाली अन्य सभी श्रेणियों से बड़ी है. अगर आप इलेक्ट्रॉनिक्स, परिधान, फर्नीचर को देखें, तो आप सब कुछ मिला दें, और इसे दोगुना कर दें, फिर भी यह किराना और आवश्यक घरेलू वस्तुओं से बड़ी नहीं है.” 

कंपनी का रेवेन्यू हुआ ₹10 हजार करोड़ से ज्यादा

कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2022-23 में लगभग 2,000 करोड़ रुपये से पांच गुना बढ़कर बीते वित्त वर्ष (2023-24) में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. जेप्टो ने पिछले महीने 66.5 करोड़ डॉलर जुटाए, जिससे कंपनी का मूल्यांकन 3.6 अरब डॉलर हो गया. यह एक साल पहले की तुलना में लगभग तिगुना है. कंपनी जल्द ही सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही है.

तीन साल पुराने इस स्टार्टअप ने नए निवेशकों से 66.5 करोड़ डॉलर (लगभग 5,550 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. पालीचा ने कहा कि कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती सही दृष्टिकोण वाले लोगों को नियुक्त करना है. 

2025 तक के लिए बनाया ये प्लान

स्टार्टअप की योजना मार्च, 2025 तक दो किलोमीटर के दायरे में 10 मिनट के भीतर किराने का सामान पहुंचाने के लिए उपयोग किए जाने वाले गोदामों की संख्या को दोगुना करके 700 से अधिक करने की है. त्वरित (10 मिनट में) किराना आपूर्ति सेवा (त्वरित ई-कॉमर्स) बाजार में जेप्टो की हिस्सेदारी लगभग 29 प्रतिशत है, जो मार्च, 2022 में 15 प्रतिशत थी. ब्लिंकिट लगभग 40 प्रतिशत के साथ बाजार में अग्रणी है.