ड्रोन लॉजिस्टिक्स कंपनी टेकईगल ने सोमवार को देश के प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संस्थानों के सहयोग से आठ राज्यों में आठ समर्पित हब (केन्द्र) पेश करने की घोषणा की. टेकईगल ने बयान में कहा कि समर्पित ड्रोन हब आवश्यक दवाओं, टीकों और नैदानिक ​​नमूनों सहित चिकित्सा आपूर्ति को तेजी से तैनात करने के लिए महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में काम करेंगे. इन 8 हब का उद्घाटन पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12,850 करोड़ रुपये की कई स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की परियोजनाओं के हिस्से के रूप में किया था.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे इनकी पहुंच वंचित और दूरदराज के समुदायों तक होगी. आठ समर्पित सुविधाओं में एम्स गुवाहाटी, एम्स ऋषिकेश, एम्स बिलासपुर और एम्स भोपाल आदि शामिल हैं. कंपनी ने कहा कि आगामी वर्ष में असम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश तथा अन्य राज्यों में 200 से अधिक स्थानों तक पहुंच के लक्ष्य के साथ यह पहल (समर्पित केंद्र स्थापित करने की) भारत के ड्रोन लॉजिस्टिक्स परिदृश्य के लिए एक बड़ा बदलावकारी कदम साबित होगी. 

टेकईगल के सह-संस्थापक और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) अंशु अभिषेक ने कहा, ‘‘एम्स के साथ हमारे ड्रोन परीक्षण ने डिलिवरी के समय को घटाकर सिर्फ़ 20-30 मिनट कर दिया है - जो पारंपरिक ज़मीनी परिवहन की तुलना में 20 गुना तेज़ है.’’ टेकईगल ने कहा कि ये केंद्र एक राष्ट्रव्यापी ड्रोन डिलिवरी एयरलाइन की स्थापना की दिशा में आधारभूत कदम के रूप में काम करते हैं, जिसकी कल्पना एक साझा लॉजिस्टिक्स नेटवर्क के रूप में की गई है. 

ये ई-कॉमर्स, क्विक कॉमर्स, हाइपरलोकल सेवाओं और स्वास्थ्य सेवा सहित सभी क्षेत्रों में डिलिवरी का समर्थन करने में सक्षम है. वर्तमान में प्रतिदिन 50 उड़ानों की क्षमता के साथ काम कर रहे इन नए पेश किए गए केंद्रों को आने वाले वर्षों में प्रतिदिन 5,000 उड़ानों तक बढ़ाने का अनुमान है.