ऑनलाइन फूड डिलीवरी (Online Food Delivery) कंपनी स्विगी (Swiggy) जल्द ही अपना आईपीओ (IPO) लाने वाली है. बताया जा रहा है कंपनी का आईपीओ करीब 11,300 करोड़ रुपये का होगा. इसी बीच एक सवाल ये उठने लगा है कि आखिर स्विगी का बिजनेस मॉडल (Swiggy Business Model) क्या है? कंपनी किन-किन तरीकों से पैसे कमाती है? (How Swiggy Earns Money) आइए जानते हैं.

1- डिलीवरी चार्ज

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स्विगी की तरफ से ऑर्डर डिलीवरी करने पर ग्राहकों से एक डिलीवरी चार्ज लिया जाता है. ऑर्डर बड़ा होने पर कंपनी डिलीवरी चार्ज माफ भी कर देती है, छोटे ऑर्डर पर तो डिलीवरी चार्ज जरूर लगता है. यह कंपनी की कमाई का एक अहम तरीका है.

2- विज्ञापन से कमाई

अगर आप स्विगी का ऐप खोलेंगे तो उसमें आपको की सारे विज्ञापन भी दिखेंगे. इन विज्ञापनों के लिए दूसरी कंपनियों की तरफ से स्विगी को पैसे मिलते हैं, जो रेवेन्यू बढ़ाने का काम करते हैं.

3- रेस्टोरेंट लिस्टिंग का लगता है चार्ज

आप स्विगी पर जो तमाम लिस्टेड रेस्टोरेंट देखते हैं, उन्हें लिस्टिंग के लिए कंपनी को एक चार्ज चुकाना पड़ता है. यह चार्ज करीब 1000 रुपये रहता है. यह वन टाइम फीस होती है. इससे भी कंपनी की कमाई होती है.

4- रेस्टोरेंट से मिलता है कमीशन

स्विगी पर जो भी रेस्टोरेंट या वेंडर लिस्ट होता है, उस से कंपनी को 15-30 फीसदी तक का कमीशन मिलता है. यह कमीशन उस रेस्टोरेंट की स्विगी से हुई सेल पर होता है. यानी कंपनी की इस तरीके से सबसे ज्यादा कमाई होता है.

5- प्लेटफॉर्म फीस

तमाम प्लेटफॉर्म्स की तरह स्विगी पर भी आपको एक प्लेटफॉर्म फीस चुकानी पड़ती है. आमतौर पर यह फीस 7 रुपये रहती है. हालांकि, इस फेस्टिव सीजन में कंपनी ने यह फीस बढ़ाकर 10 रुपये कर दी है. बता दें कि यह प्रति ऑर्डर के हिसाब से लगती है. यानी ऑर्डर भले ही 100 रुपये का हो या 1000 रुपये का या उससे भी बड़ा, एक ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस 10 रुपये तो लगेगी ही.

6- इंस्टामार्ट भी कमाई का जरिया

स्विगी का क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट भी कंपनी की कमाई का बड़ा जरिया है. जिस तरह जोमैटो के पास क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकइट है, उसी तरह स्विगी के पास इंस्टामार्ट है. यहां से कंपनी हैंडलिंग फीस, प्लेटफॉर्म फीस, डिलीवरी फीस जैसे तमाम चार्ज लगाकर कंपनी पैसे कमाती है.

7- डाइनआउट ऐप भी है स्विगी का

स्विगी ने मई 2022 में टाइम्स इंटरनेट के ऐप डाइनआउट को करीब 120 मिलियन डॉलर में खरीद लिया था. इस ऐप के जरिए आप तमाम रेस्टोरेंट देख सकते हैं और वहां पर सीट बुक कर सकते हैं. साथ ही आप कुछ डिस्काउंट पाते हुए इसी ऐप से भुगतान भी कर सकते हैं. यह ऐप तमाम रेस्टोरेंट्स को अपने प्लेटफॉर्म पर लिस्ट करवाने के लिए कुछ चार्ज लेता है. वहीं आपको भी इस ऐप से किसी रेस्टोरेंट में टेबल बुक करते वक्त एक छोटा सा चार्ज देना होता है.

8- स्विगी वन मेंबरशिप

स्विगी की तरफ से एक मेंबरशिप प्लान भी ऑफर किया जाता है, जिसका नाम है स्विगी वन. इसे लेने के बाद आपको डिलीवरी फीस में काफी बड़ा फायदा मिलता है. वहीं ये मेंबरशिप बेचकर कंपनी की कमाई भी होती है.

9- क्रेडिट कार्ड कंपनी से कमाई

स्विगी किसी ना किसी बैंक के साथ मिलकर खास तरह का क्रेडिट कार्ड भी ऑफर करती है. इसके तहत आपके क्रेडिट कार्ड पर कोई एनुअल चार्ज नहीं लगता, कोई ज्वाइनिंग फीस नहीं लगती और कोई हिडन चार्ज भी नहीं लगता है. वहीं इस पर स्विगी से शॉपिंग करने पर आपको कई फायदे मिलते हैं. यह क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक के साथ स्विगी की पार्टनरशिप के तहत उसे प्रति ट्रांजेक्शन कुछ कमीशन मिलता है.

10- स्विगी जीनी

स्विगी की तरफ से जीनी (Genie) नाम की एक सर्विस भी दी जाती है. इसके तहत कंपनी अभी दिवाली गिफ्ट डिलीवर कर सकती है. साथ ही इसके जरिए आप लॉन्ड्री सर्विस ले सकते हैं, कुछ छोटे-मोटे इलेक्ट्रॉनिक आइटम ले सकते हैं या फिर दवाइयां भी मंगवा सकते हैं.

11- कैंपेन चलाकर कमाई

स्विगी पर बीच-बीच में कुछ खास तरह के कैंपेन चलाए जाते हैं. इसमें शामिल होने के लिए आपको कुछ अतिरिक्त फीस देनी होती है. 

12- रेस्टोरेंट की विजिबिलिटी बढ़ाकर

आम तौर पर स्विगी पर लिस्टेड रेस्टोरेंट 4-7 किलोमीटर तक के रेडियस में ही दिखते हैं. वहीं अगर आपको अपनी विजिबिलिटी इससे ज्यादा बढ़ानी है तो उसके लिए कंपनी कुछ प्रीमियम चार्ज करती है. यह प्रीमियम भी कंपनी की कमाई का जरिया है.