खेल-खेल में बच्चे बहुत सीख जाते हैं, लेकिन भारत के खिलौने भारत को छोड़कर पूरी दुनिया की कहानी बताते हैं. बच्चों को खेल-खेल में भारत के बारे में बताने का बीड़ा उठाया है Imagi Make ने. इस स्टार्टअप की शुरुआत की है मुंबई के रहने वाले पति-पत्नी रवि कुमार और दिशा काठरानी ने. वह अपने पेटेंटेड प्रोडक्ट भारत और अमेरिका में बेचते हैं.

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यह बिजनेस 2012 में शुरू हुआ था, जो अब हर महीने 1 लाख से भी ज्यादा प्रोडक्ट बेचता है. कंपनी की मौजूदगी ऑनलाइन तो है ही, साथ ही कंपनी के 4000 से भी ज्यादा स्टोर हैं. यह स्टार्टअप इनोवेटिव टॉय और गेम बनाता है, जो बच्चों को खूब पसंद आते हैं. विनीता सिंह ने भी कहा कि वह भी इनके कई खिलौने इस्तेमाल करती हैं और उन्होंने कंपनी के खिलौनों को 8-10 की रेटिंग भी दी.

2012 में की शुरुआत 

कंपनी ने सबसे पहले 2012 में इमेजी मेक एक्टिविटी सेंटर की शुरुआत की. वहीं पर एक रिटेल स्टोर भी बनाया, जिसके जरिए वह अपने टॉय और गेम बेचते थे. बहुत से माता-पिता प्रोडक्ट्स की कीमत को लेकर कहते थे कि वह थोड़े महंगे हैं. इसके बाद उन्होंने सोचा कि अफोर्डेबल कीमत पर प्रोडक्ट लाकर बिजनेस किया जा सकता है. 

199 रुपये से शुरू होते हैं इनके प्रोडक्ट

फाउंडर्स ने बिजनेस को बढ़ाने के लिए सबसे पहले मुंबई और पुणे में अपनी मौजूदगी बढ़ाई. इसके बाद धीरे-धीरे अमेजन और फ्लिपकार्ट में गए और फिर अपना पोर्टफोलियो बढ़ाते रहे. कंपनी के प्रोडक्ट्स की कीमत 199 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक है. इंडिया मैप का पजल खूब बिकता है. कंपनी के पास कुल 120 एसकेयू हैं. इनके टॉय देखकर सभी शार्क खुश हुए और काफी तारीफ की.

अमेरिका से आता है खूब बिजनेस

इस कंपनी का 35 फीसदी बिजनेस एक्सपोर्ट से आता है. एक्सपोर्ट में भी 90 फीसदी सिर्फ अमेरिका से आता है. अमेरिका में प्रोडक्ट्स के दाम करीब ढाई गुना हैं और वहां का मार्केट भी भारत की तुलना में करीब 20 गुना बड़ा है. कंपनी का 35 फीसदी बिजनेस ई-कॉमर्स से आता है और बाकी का जनरल ट्रेड और क्विक कॉमर्स से आता है. बता दें कि इस कंपनी में करीब 350 लोग काम करते हैं.

इस साल 90 करोड़ तक पहुंच जाएगी सेल्स

अगर पिछले कुछ सालों की बात करें तो 2020-21 में कंपनी ने 13 करोड़ रुपये की सेल की, जो 2021-22 में बढ़कर 29 करोड़ रुपये हो गई. उनका बिजनेस 2022-23 में 40 करोड़ रुपये का रहा और 2023-24 में 56 करोड़ रुपये का बिजनेस हुआ. इस साल कंपनी अक्टूबर 2024 तक 42.5 करोड़ रुपये का बिजनेस कर चुकी है, जो वित्त वर्ष खत्म होने तक 90 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.

105 करोड़ की वैल्युएशन पर उठाई थी लास्ट फंडिंग

कंपनी अब तक दो फंडिंग राउंड कर चुकी है. दूसरे राउंड में कंपनी ने 105 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 20 करोड़ रुपये जुटाए थे. मौजूदा वक्त में कंपनी के पास बैंक में भी 8 करोड़ रुपये हैं. फाउंडर्स ने अपने इस स्टार्टअप के लिए 300 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 0.5 फीसदी इक्विटी के बदले 1.5 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी. इस बिजनेस में 34 फीसदी हिस्सेदारी दिशा के पास है, जबकि 31 फीसदी रवि के पास. वहीं बाकी का स्टेक दूसरे निवेशकों के पास है.

विनीता-रितेश ने दिया फंडिंग का ऑफर, लेकिन...

अमन, कुणाल और अजहर तो इस डील से शुरुआत में ही आउट हो गए. वहीं विनीता ने 0.5 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये दिए. साथ ही 3 साल के लिए 10 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये का लोन ऑफर किया. साथ ही रितेश ने 1.2 फीसदी इक्विटी के बदले 1.5 करोड़ रुपये की फंडिंग ऑफर की. हालांकि, फाउंडर्स ने दोनों के ही ऑफर को लेने से मना कर दिया. रवि ने बैकस्टेज कहा कि दोनों में गैप इतना ज्यादा था कि नेगोशिएशन में भी उसे भरा नहीं जा सकता था, इसलिए उन्होंने फंडिंग लेने से ही मना कर दिया.