'शार्क टैंक इंडिया' के तीसरे सीजन (Shark Tank India-3) में दिल्ली का रोबोटिक्स स्टार्टअप 'वेक्रोस' (Vecros) आया था. इस स्टार्टअप (Startup) ने Boat के को-फाउंडर और सीएमओ अमन गुप्ता (Aman Gupta) के साथ 1 करोड़ रुपये की डील पक्की की थी. 'वेक्रोस' ने कंस्ट्रक्शन, ऑयल, गैस और यूटिलिटी जैसे इंडस्ट्रीज में डेटा कैप्चर करने के लिए टेक्नोलॉजी रूप से एडवांस सॉल्यूशन निकाला है. इसके लिए परंपरागत रूप से ह्यूमन ऑपरेटर्स को गंदे, खतरनाक और संकट से भरे क्षेत्रों में जाने की जरूरत पड़ती है. यह ड्रोन उनका काम आसान कर सकता है और साथ ही रिस्क को कम कर सकता है.

अमन गुप्ता ने दिए थे 1 करोड़ रुपये

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमन गुप्ता ने अपने स्टार्टअप में 2.5 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी के लिए एक करोड़ रुपये की मांग थी. हालांकि, अंत में उन्होंने अमन के साथ एक प्रतिशत इक्विटी के लिए 20 लाख रुपये की डील की. साथ ही 10 प्रतिशत ब्याज दर पर 3 साल के लिए 80 लाख रुपये का कर्ज भी लिया. यानी अमन ने इस स्टार्टअप को कुल मिलाकर 1 करोड़ रुपये दिए.

जब अनुपम मित्तल के पीछे पड़ गया ड्रोन

इस ड्रोन में एक खासियत यह भी बताई गई थी कि अगर रास्ते में कोई बाधा आती है तो यह उससे दूर हट सकता है. इसकी टेस्टिंग के लिए अनुपम मित्तल को बुलाया गया. वहां पर जब अनुपम इस ड्रोन की तरफ बढ़े तो वह पीछे हटने लगा. हालांकि, उसके बाद अनुपम मित्तल ने उस ड्रोन के रिमोट कंट्रोल से थोड़ी छेड़छाड़ की, जिससे उसकी पोजीशन बदल गई. जब अनुपम मित्तल वापस जाने लगे तो अचानक से उड़ता हुआ ड्रोन तेजी से उनकी तरफ बढ़ने लगा. अनुपम मित्तल तो बचकर निकल गए, लेकिन ड्रोन क्रैश हो गया. इस पर दीपिंदर गोयल काफी नाराज हुए और उन्होंने कहा कि इसका एआई कारगर नहीं है.

8 कैमरों से लैस है ये ड्रोन

आईआईटी दिल्ली से ड्रोन पर काम करने वाले एक छोटे छात्र समूह के रूप में शुरू हुई, वेक्रोस अब स्वायत्त स्थानिक एआई ड्रोन वाली भारत की एकमात्र कंपनी है. एथेरा आठ कैमरों से लैस है, जो इसे जीपीएस-डिनाइड नेविगेशन और कंप्यूटर विजन का इस्तेमाल करके 360-डिग्री बाधा से बचाव जैसे एडवांस फीचर्स के साथ स्वायत्त रूप से परेशानियों को दूर करने में सक्षम बनाता है.