घर और ऑफिस को बेहतर बनाने के सॉल्यूशन देने वाले स्टार्टअप Ozone Overseas ने Nuvama Private Equity से 250 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है. यह इस कंपनी की लेट स्टेज या यूं कहें कि प्री आईपीओ सीरीज की फंडिंग थी. इन पैसों का इस्तेमाल कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाकर बिजनेस का विस्तार करने में करेगी. साथ ही कंपनी अपने ब्रांड की मौजूदगी को बढ़ाने और नए अधिग्रहणों में भी इन पैसों का इस्तेमाल करेगी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Ozone Overseas के सीईओ और मैनेजिंग डारेक्टर आलोक अग्रवाल ने कहा कि यह हमारी यात्रा में किसी मील के पत्थर जैसा है, जिसकी शुरुआत करीब दो दशक पहले हुई थी. हम Nuvama का एक पार्टनर की तरह स्वागत करते हैं, जिनके साथ मिलकर हमने वर्ल्ड क्लास ब्रांड बनाने का मौका मिलेगा. 

उन्होंने यह भी कहा कि इस निवेश से Nuvama का हमारे ऊपर भरोसा दिखता है. यह दिखाता है कि इस ब्रांड में अभी बिजनेस को और आगे ले जाने की क्षमता है. इस निवेश से हमे मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशन के लिए और साथ ही टीम बढ़ाने के लिए निवेश का एक बड़ा मौका मिला है. Ozone हमेशा से ही एक वेल्थ बनाने वाली कंपनी रही है और इसमें हमारी टीम, हमारे वेंडर्स और हमारे चैनल पार्टनर्स का भी बड़ा योगदान रहा है.

सीईओ के अनुसार कंपनी का फोकस कंज्यूमर फर्स्ट ब्रांड बनाने में है. यह कंपनी के टच प्वाइंट्स, फ्रेंचाइजी आउटलेट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, एक्सपीरिएंस सेंटर और रिटेल नेटवर्क में भी दिखता है. वहीं आफ्टर-सेल सर्विस को मजबूत करने से कस्टमर एक्सपीरिएंस और बेहतर हो रहा है.

दिल्ली के इस स्टार्टअप Ozone Overseas के पास 5000 से भी अधिक प्रोडक्ट हैं, जो अलग-अलग कैटेगरी के तहत आते हैं. इन कैटेगरीज में ग्लास फिटिंग, डोर हार्डवेयर, किचन और फर्नीचर फिटिंग, ऑटोमेटिक दरवाजे, रेलिंग फिटिंग, स्मार्ट डिवाइस, फिंगरप्रिंट लॉक और सेफ आते हैं. इस कंपनी की शुरुआत 1999 में हुई थी.