Unicorn क्लब में हुई Rapido की एंट्री, अब ओला-उबर को होगी टेंशन! जानिए कितनी उठाई है Funding
यूनिकॉर्न (Unicorn) क्लब में एक नए स्टार्टअप (Startup) की एंट्री हो चुकी है. इसका नाम है रैपिडो (Rapido), जो राइड एग्रीगेटर है. यह स्टार्टअप सीधे ओला-उबर (Ola-Uber) से टक्कर ले रहा है.
यूनिकॉर्न (Unicorn) क्लब में एक नए स्टार्टअप (Startup) की एंट्री हो चुकी है. इसका नाम है रैपिडो (Rapido), जो राइड एग्रीगेटर है. यह स्टार्टअप सीधे ओला-उबर (Ola-Uber) से टक्कर ले रहा है. रैपिडो ने सीरीज ई फंडिंग राउंड (Startup Funding) के तहत करीब 12 करोड़ डॉलर यानी लगभग 1 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं. यह पैसे कंपनी के मौजूदा निवेशक वेस्टब्रिज कैपिटल के नेतृत्व में जुटाए गए हैं.
इस फंडिंग को 1 अरब डॉलर की वैल्युएशन पर उठाया गया है, जिसके चलते कंपनी यूनिकॉर्न बन गई है. कंपनी इन पैसों का इस्तेमाल करते हुए भारत के नए-नए शहरों तक अपनी पहुंच बनाना चाहती है. कंपनी अपनी ऑटो और कैब की पेशकश को तेजी से बढ़ाने का प्लान बना रही है, जिसमें इस फंडिंग के पैसों का इस्तेमाल होगा.
नए बाजारों तक पहुंच बनाएगी कंपनी
एक वेंचर कैपिटल इनवेस्टर के अनुसार इस नई फंडिंग से स्टार्टअप को अपने टेक स्टैक को डेवलप करने और नए बाजारों तक अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी. अब कंपनी उन बाजारों तक अपना बिजनेस फैलाने की सोच रही है, जहां अभी तक ओला और उबर का दबदबा है. यानी एक बात तो साफ है कि ओला-उबर के इस राइवल स्टार्टअप से अब उन दोनों कंपनियों को तगड़ी टक्कर मिलने वाली है.
2015 में हुई थी शुरुआत
रैपिडो की शुरुआत साल 2015 में अरविंद सांका, पवन गुंटुपल्ली और ऋषिकेश एसआर ने की थी. इसकी शुरुात तो ऑटो और बाइक टैक्सी एग्रीगेटर के रूप में हुई थी, लेकिन बाद में कंपनी ने कैब सर्विस भी शुरू कर दी. 27 अक्टूबर को रैपिडो ने हाइपर-लोकल पार्सल डिलीवरी और कैब सेवा की सर्विस देनी शुरू कर दी थी.
अप्रैल 2022 में जुटाए थे 18 करोड़ डॉलर
इससे पहले अप्रैल 2022 में रैपिडो ने फूडटेक प्रमुख स्विगी के नेतृत्व में सीरीज डी राउंड के तहत 18 करोड़ डॉलर जुटाए थे. इस राउंड में टीवीएस मोटर कंपनी और मौजूदा निवेशक वेस्टब्रिज, शेल वेंचर्स और नेक्सस वेंचर्स ने भी हिस्सा लिया था.