जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) इन दिनों अपने एक बयान को लेकर काफी चर्चा में हैं. उन्होंने अपने पॉडकास्ट  WTF में कहा था कि उन्हें अपनी विरासत आगे बढ़ाने के लिए बच्चे पैदा करने का शौक नहीं है. उन्होंने कहा था कि वह बच्चे पैदा कर के 18-20 साल तक उनका पालन-पोषण सिर्फ इसलिए नहीं कर सकते हैं क्योंकि वह बड़े होकर उनकी देखभाल करेंगे. 

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नितिन कामत ने कहा था- “मैं 18-20 साल तक बच्चों को पालूं और किस्मत मेरे साथ रही तो वह बच्चे बाद में मेरी देखभाल करेंगे. क्या होगा अगर 18 साल बाद बच्चों को ये ठीक नहीं लगे और वह देखभाल करने से मना कर दें.” विरासत की बात पर वह बोले कि लोग खुद को बहुत खास समझते हैं. एक व्यक्ति पैदा होता है और किसी दूसरे ही व्यक्ति की तरह उसकी मौत हो जाती है और उसके जाने के बाद उसे कोई याद नहीं रखता है.

सोशल मीडिया पर बंटे लोग

अब सोशल मीडिया पर निखिल कामत के इस बयान पर दो तरह की राय देखने को मिल रही है. कुछ लोग कह रहे हैं कि उनका कहना सही है, वहीं कुछ का मानना है कि ऐसा कहना गलत है. एक शख्स ने कहा कि पैरेटिंग मुश्किल कामों में से एक है, लेकिन इससे आपको संतुष्टि मिलती है और आप सरल स्वभाव के बनते हैं. पैरेंटिंग एक ऐसा अनुभव है, जो आपको जिंदगी में कहीं नहीं मिलेगा.

एक अन्य शख्स ने कहा कि यह असल में बिल्कुल सही है. यह उनकी मर्जी है और हमें उन पर अपनी राय थोपनी नहीं चाहिए. वैसे भी आज के वक्त में अपर मिडिल क्लास परिवारों में अधिकतर बच्चे मेड पालती हैं.

एक महिला यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए कहा कि किसी को भी इस बात को लेकर जज नहीं करना चाहिए कि वह बच्चे चाहता है या नहीं. यह पूरी तरह से निजी मर्जी है. उदाहरण के लिए मदर टेरेसा शायद इतनी महान नहीं बन पातीं, अगर उनके भी बच्चे होते.