OLA ने हाल ही में ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ लाने की घोषणा करते हुए उसका प्राइस बैंड भी जारी कर दिया है. अभी 2 अगस्त से कंपनी का आईपीओ खुलेगा, लेकिन उससे पहले ही कंपनी पर एक गंभीर आरोप लग रहा है. MapMyIndia की पैरेंट कंपनी CE Info Systems ने Ola पर आरोप लगाया है कि उसने Ola Maps बनाने के लिए MapMyIndia के डेटा का इस्तेमाल किया है. आरोप है कि कंपनी ने  MapMyIndia के डेटा की कैशिंग की, उसे सेव किया और लाइसेंस वाले प्रोडक्ट का डेटा कॉपी किया है. हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा कि CE Info Systems की तरफ से लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से झूठे और मिसलीड करने वाले हैं. कंपनी ने कहा है कि वह जल्द ही नोटिस का जवाब देगी.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक CE Info Systems ने ओला को कानूनी नोटिस भेजने का दावा किया है. फोर्ब्स ने इस नोटिस को देखा है और उसके अनुसार नोटिस में लिखा है- 'आपने OLA Maps बनाने के लिए हमारे क्लाइंट के API (ऐप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) और SDKs (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट्स) को कॉपी किया है. आपने गैर कानूनी मकसद को आगे बढ़ाने और बिजनेस में आगे बढ़ने के लिए हमारे ग्राहक का एक्सक्लूसिव डेटा कॉपी किया है. आपने जो दावा किया है कि आपने इसे ओपन मैप से बनाया है, पूरी तरह से गलत और अमान्य है.'

बताया जा रहा है कि जून 2021 में Ola ने CE Info Systems के साथ अपने डेटा का इस्तेमाल करने के लिए एक समझौता किया था. अब CE Info Systems ने Ola पर डेटा चोरी का आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस भेजा है. नोटिस में कहा है कि ओला ने समझौते का उल्लंघन किया है और कानून तोड़ा है. कंपनी पर डेटा में बदलाव करते हुए उसका गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.

इसी महीने की शुरुआत में ओला मैप्स हुआ था लॉन्च

हाल ही में ऑनलाइन टैक्सी सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी ओला कैब्स (Ola Cabs) ने अपना खुद का एक मैप लॉन्च किया था. कंपनी ने गूगल मैप्स (Google Maps) का इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया और इसकी जगह खुद का बनाया हुआ ओला मैप्स (Ola Maps) शुरू किया.

ओला कैब्स की तरफ से एक 5 जुलाई को ही एक पोस्ट की गई थी, जिसमें लिखा था कि Azure से पिछले महीने नाता तोड़ने के बाद अब कंपनी पूरी तरह से गूगल मैप से बाहर हो गई है. उन्होंने बताया कि गूगल मैप्स की वजह से उन्हें हर महीने करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे थे, लेकिन इस महीने उनकी ये लागत जीरो हो गई है. अब वह पूरी तरह से खुद के बनाए ओला मैप्स पर शिफ्ट हो गए हैं. उन्होंने कहा है कि स्ट्रीट व्यू, NERFs, इंजोर इमेज, 3डी मैप, ड्रोन मैप जैसे फीचर भी जल्द ही इसमें शामिल किए जाएंगे.

बता दें कि करीब 3 महीने पहले ओला ग्रुप की कंपनियों ने माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर के साथ संबंध तोड़ने की घोषणा की थी. इसके बाद ओला ने अपना पूरा काम इन-हाउस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) फर्म Krutrim को सौंप दिया था. भाविश अग्रवाल ने 11 मई को एक्स पर एक पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था कि उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के एज्योर के साथ संबंध तोड़ रही है. साथ ही कहा था कि हफ्ते भर में कंपनी पूरा काम अपनी AI फर्म Krutrim को सौंप देगी. 

जब भाविश अग्रवाल ने Krutrim AI की लॉन्चिंग की थी, तो उन्होंने कहा था कि क्लाउड सेवाओं में मैपिंग सॉल्यूशन भी होंगे. उन्होंने बताया था कि AI कंप्यूट के अलावा ओला मैप्स डेवलपर्स को मैपिंग और लोकेशन-आधारित सेवाओं के अलावा लोकेशन इंटेलीजेंस सेवाएं भी प्रदान करेगी. 

बता दें कि ओला ने जियोस्पेशियल सेवाओं के लिए अक्टूबर 2021 में ही पुणे की कंपनी जियोस्पोक का अधिग्रहण किया था. ओला मैप्स फिलहाल ओला कैब्स ऐप की मैपिंग जरूरतों को पूरा करती है. कंपनी ने जनवरी में एक सॉफ्टवेयर अपडेट के हिस्से के रूप में अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए ओला मैप्स को रोल आउट करने की योजना की भी घोषणा की थी. अब कंपनी ने ओला मैप्स को शुरू कर दिया है और धीरे-धीरे इसमें नए-नए अपडेट आते रहेंगे.

नोटिस के अनुसार ओला ने डेटा को गलत तरीके से इस्तेमाल करते हुए उसमें बदलाव किया है, जिसकी समझौते के तहत मनाही है. इतना ही नहीं, कंपनी पर CE Info Systems के कॉपीराइट के उल्लंघन का भी आरोप है और कहा गया है कि ओला ने कंपनी के सोर्स कोड की नकल की है.