इस वक्त भारत में स्टार्टअप ईकोसिस्टम (Startup Ecosystem) तेजी से बढ़ रहा है. जब भी बात बिजनेस (Business) की आती है तो वहां बैंकिंग सिस्टम (Banking System) एक अहम रोल अदा करता है. भारत का सबसे बड़ा बैंक SBI हमेशा से ही भारत में बिजनेस को बढ़ाने पर जोर देता रहा है. भले ही बात बड़े कॉरपोरेट बिजनेस की हो या फिर स्टार्टअप्स (Startups) की, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की तरफ से पूरी मदद मुहैया कराई जाती है. आइए जानते हैं भारतीय स्टेट बैंक किन-किन तरीकों से स्टार्टअप ईकोसिस्टम की मदद कर रहा है.

1- एक्सपर्ट्स से एडवाइजरी सर्विस

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भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से देश के तमाम स्टार्टअप्स को एक्सपर्ट्स की एडवाइजरी सेवा मुहैया कराई जाती है. इसके तहत प्रोजेक्ट एडवाइजरी, फाइनेंस सर्विस और इक्विटी-डेट पर एक्सपर्ट एडवाइस दी जाती है.  इससे स्टार्टअप फाउंडर्स को बिजनेस स्ट्रेटेजी बनाने, मार्केट रिसर्च करने और स्टार्टअप इंडस्ट्री से जुड़ी तमाम बेस्ट प्रैक्टिस के बारे में पता चलता है.

2- VC & AIF के लिए कस्टोडियल सर्विस

स्टार्टअप की दुनिया में वेंचर कैपिटलिस्ट और अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स के अहम रोल को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक इससे जुड़ी कस्टोडियल सर्विस भी देता है. इसके तहत फाइनेंशियल असेट और सिक्योरिटीज का एडमिनिस्ट्रेशन और उसकी सेफकीपिंग की सुविधा मिलती है. 

 

3- फंडिंग जुटाने में नियमों का अनुपालन

किसी भी स्टार्टअप के लिए फंडिंग जुटाना एक अहम इवेंट होता है, जिसमें तमाम रेगुलेशन का अनुपालन करना होता है. एसबीआई संभावित रूप से अपनी संरचित वित्त सेवाओं के माध्यम से, कानूनी आदेशों के साथ अलाइंगमेंट सुनिश्चित करने और संभावित बाधाओं को दूर करने में इन अनुपालनों को नेविगेट करने में सहायता करता है.

4- फंड जुटाने में मदद

एसबीआई की तरफ से स्टार्टअप्स की फंड जुटाने में भी मदद की जाती है. इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक अपने बड़े प्लेटफॉर्म और नेटवर्क के जरिए स्टार्टअप्स की फंड जुटाने में मदद करता है. जहां-जहां डेट फंडिंग की जरूरत होती है, वहां पर अगर संभव होता है तो एसबीआई कर्ज भी देने का काम करता है.

5- करंट अकाउंट और डिजिटल सॉल्यूशन

भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से स्टार्टअप्स को करंट अकाउंट की सुविधा दी जाती है, ताकि उनका बिजनेस आसानी से चल सके. बैंक की तरफ से डिजिटल सेवाए जैसे मोबाइल बैंकिंग, पेमेंट गेटवे और कुछ अन्य डिजिटल प्रोडक्ट मुहैया कराए जाते हैं, जिससे स्टार्टअप्स को आगे बढ़ने में मदद मिलती है.

6- ग्लोबल ट्रांजेक्शन को मैनेज करना

भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से स्टार्टअप्स को इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन कराने में मदद मुहैया कराई जाती है. Forex & Treasury सेवाओं के तहत भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से विदेश से आने वाले और विदेश जाने वाले पैसों को मैनेज किया जाता है. 

7- ट्रांजेक्शन और ऑपरेशन

भारतीय स्टेट बैंक के कैश मैनेजमेंट प्रोडक्ट, क्रेडिट कार्ड सॉल्यूशन और इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन के जरिए बेहतर ट्रांजेक्शन और ऑपरेशन को मैनेज किया जाता है. इन सेवाओं के जरिए स्टार्टअप अपने कैश फ्लो को इफेक्टिव तरीके से मैनेज कर पाते हैं. साथ ही वह आसानी से भुगतान कर पाते हैं और कहीं से भुगतान स्वीकार कर पाते हैं.