अमेरिकी फंड मैनेजर इन्वेस्को (Invesco) ने IPO की तैयारी कर रही फूड डिलिवरी फर्म स्विगी (Swiggy) का वैल्युएशन घटा दिया है. यह जानकारी इनवेस्को की ओर से अमेरिकी रेगुलेटर 'सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन' (SEC) को फाइल किए गए पीरियोडिक अपडेट से सामने आई है. उस फाइलिंग से एक बात ये सामने आई है कि 30 अप्रैल 2024 तक स्विगी की हिस्सेदारी 21.90 करोड़ डॉलर थी, जो इससे पहले की तिमाही में 22 करोड़ डॉलर थी.

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इस तरह देखा जाए तो इन्वेस्को के असेसमेंट के मुताबिक स्विगी का वैल्युशन 12.3 अरब डॉलर हो गया है. पिछली बार जब अप्रैल में असेसमेंट हुआ था, उस वक्त कंपनी का वैल्युएशन 12.7 अरब डॉलर था. यानी इन्वेस्को ने स्विगी के वैल्युएशन को घटा दिया है. 

3 बार बढ़ाया था वैल्युएशन

इसी साल अप्रैल के महीने में इन्वेस्को ने लगातार तीसरी बार कंपनी का वैल्युएशन बढ़ाया था और इसे 12.7 अरब डॉलर कर दिया गया. यह अक्टूबर 2023 के वैल्युएशन से करीब 49 फीसदी अधिक था. बता दें कि कंपनी इस साल के अंत तक करीब 1 अरब डॉलर यानी 8300 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की योजना बना रही है. 

बेंगलुरु के इस स्टार्टअप (Startup) ने जनवरी 2022 में इन्वेस्को के नेतृत्व में एक फंडिंग राउंड किया था. उस फंडिंग राउंड में स्विगी ने 70 करोड़ डॉलर यानी करीब 5800 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस फंडिंग राउंड के बाद स्विगी डेकाकॉर्न बन गई थी, क्योंकि उसकी वैल्यू 10.7 अरब डॉलर यानी करीब 88,993 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

कई बार कम-ज्यादा हुआ वैल्युएशन

पिछले साल की शुरुआत में स्विगी का मूल्यांकन घटाया गया था. इसकी वजह रहा कमजोर मार्जिन और नकदी खर्च, लेकिन अब कंपनी तेजी से अपनी वित्तीय हालत सुधारने में लगी हुई है. बता दें कि अक्टूबर में इन्वेस्को की तरफ से स्विगी का वैल्युएशन 8.2 अरब डॉलर किया गया और फिर जनवरी 2023 में इसे 5.5 अरब डॉलर कर दिया गया. उसके बाद जुलाई 2023 में इसे बढ़ाकर 7.85 अरब डॉलर किया गया था. उसके बाद अक्टूबर 2023 में इसे बढ़ाकर 8.5 अरब डॉलर किया गया और अब ये 12.7 अरब डॉलर हो गया है.

Pine Labs का वैल्युएशन भी घटाया

इनवेस्को ने सिर्फ स्विगी ही नहीं, बल्कि पेमेंट्स कंपनी पाइनलैब्स का वैल्युएशन भी घटा दिया है. 30 अप्रैल तक पाइन लैब्स का वैल्यूएशन 3.5 अरब डॉलर था, जो इसके पिछले असेसमेंट में 3.8 अरब डॉलर आंकी गई थी. बता दें कि पाइन लैब्स ने हाल ही में अपना बेस सिंगापुर से भारत में शिफ्ट किया है. ऐसा इसलिए किया, क्योंकि कंपनी आईपीओ लाने पर विचार कर रही है. बता दें कि पिछली बार कंपनी ने 5 अरब डॉलर के वैल्युएशन पर फंड जुटाया था. पाइन लैब्स आईपीओ के जरिए 1 अरब डॉलर जुटाना चाहती है.