इस साल के पहले 10 महीनों में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम (Startup Ecosystem) ने 12.2 बिलियन डॉलर यानी करीब एक लाख करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) हासिल की है, जो पूरे 2023 में मिली कुल फंडिंग (लगभग 11 बिलियन डॉलर) से अधिक है. अक्टूबर महीने में घरेलू स्टार्टअप्स ने 119 डील्स के माध्यम से फिर से 1 बिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग प्राप्त की.

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सितंबर में 1.63 बिलियन डॉलर की फंडिंग के साथ दूसरा सबसे बड़ा फंडिंग महीना रहा, जबकि जून में 1.92 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड बना था. अक्टूबर में, ग्रोथ और लेट-स्टेज फंडिंग से संबंधित 28 डील्स ने कुल 846.2 मिलियन डॉलर का योगदान दिया. प्रारंभिक स्तर के स्टार्टअप्स ने 65 डील्स के माध्यम से 355.38 मिलियन डॉलर जुटाए.

एडटेक स्टार्टअप एरुडिटस ने TPG के द राइज फंड की अगुवाई में 150 मिलियन डॉलर जुटाए, जिसमें अन्य निवेशकों जैसे सॉफ्टबैंक विजन फंड 2, लीड्स इलुमिनेट, एक्सेल, CPP इन्वेस्टमेंट्स और चान ज़करबर्ग इनिशिएटिव ने भी भाग लिया.

जयपुर स्थित फिनोवा कैपिटल ने एवेत्तार वेंचर पार्टनर्स, सोफीना और मैडिसन इंडिया कैपिटल से 135 मिलियन डॉलर की सीरीज E फंडिंग प्राप्त की. फिनोवा ने कहा कि वह इन फंड्स का उपयोग अपने लोन बुक को बढ़ाने, तकनीक में निवेश करने और भौगोलिक रूप से विस्तार करने के लिए करेगी.

सिंगापुर के सोवरेन वेल्थ फंड टेमासेक ने उच्च शिक्षा और अपस्किलिंग स्टार्टअप अपग्रेड में 60 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त निवेश किया, जिसकी वैल्यूएशन 2.25 बिलियन डॉलर है. बेंगलुरु के स्टार्टअप्स ने अक्टूबर में 46 डील्स के माध्यम से 502.72 मिलियन डॉलर की फंडिंग प्राप्त की, जो कुल फंडिंग का 41.84 प्रतिशत है.

पिछले महीने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने बढ़ते अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए 1,000 करोड़ रुपये का वेंचर कैपिटल फंड स्थापित करने को मंजूरी दी. इस फंड का संचालन शुरू होने की तारीख से अगले पांच वर्षों तक किया जाएगा, और अनुमानित औसत निवेश राशि 150-250 करोड़ रुपये प्रति वर्ष हो सकती है.