Zepto ने महिला को भेजा i-Pill से जुड़ा आपत्तिजनक मैसेज, मांगनी पड़ी माफी, कहा- 'यह गलती फिर नहीं होगी'
अदित पालिचा (Aadit Palicha) के नेतृत्व वाली क्विक कॉमर्स (Quick Commerce) कंपनी जेप्टो (Zepto) को हाल ही में एक ग्राहक को अनचाहा और खराब मार्केटिंग नोटिफिकेशन भेजने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा.
अदित पालिचा (Aadit Palicha) के नेतृत्व वाली क्विक कॉमर्स (Quick Commerce) कंपनी जेप्टो (Zepto) को हाल ही में एक ग्राहक को अनचाहा और खराब मार्केटिंग नोटिफिकेशन भेजने के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा. कंपनी ने एक महिला ग्राहक Pallavi Pareek को एक नोटिफिकेशन भेजा, जिसमें लिखा था- 'मुझे तुम्हारी याद आती है, Pallavi, ये कहना है I-pill इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोली का.'
पल्लवी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लिंक्डइन पर एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कहा, "मैंने कभी भी आपसे इमरजेंसी पिल का ऑर्डर नहीं किया. अगर मैंने किया भी होता, तो आपको समझना चाहिए कि यह कोई ऐसी चीज़ नहीं है, जिसे मैं याद करूं. क्या आप चाहते हैं कि मुझे इमरजेंसी गर्भनिरोधक की जरूरत हो?"
उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, "मैसेजिंग तब ही अच्छी होतीहै जब वह संवेदनशील, हंसी वाली या लॉजिक वाली होती है. जब नोटिफिकेशन फ्लर्टी या स्लीज़ी हो जाते हैं, तो मैं अपनी सीमा तय करती हूँ, लेकिन यह तो थोड़ा ज़्यादा ही है."
पल्लवी ने यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य जेप्टो या उसके उत्पादों की आलोचना करना नहीं है. उन्होंने कहा- 'मुझे जेप्टो ऐप बहुत पसंद है. मैं ऐसे ऐप्स पर बहुत निर्भर हूं. यह पोस्ट बेवजह की तर्कहीनता और कॉपी की गलती को सामने लाने के लिए है, ना कि i-pill के प्रमोशन या उपलब्धता के खिलाफ.'
बता दें कि कि पल्लवी, UNGENDER की फांउडर और CEO हैं. यह एक ऐसी कंपनी है जिसने हजारों वर्कप्लेस और उनके लीडर्स को मुश्किल अनुपालन लैंडस्केप को समझने और समावेशी वातावरण बनाने में मदद की है.
जेप्टो बोला- 'यह गलती फिर नहीं होगी'
जैसे ही पल्लवी की पोस्ट वायरल होनी शुरू हुई, जेप्टो ने एक माफी जारी की. उसमें कंपनी ने मैसेज के "सोच-समझ के बिना" और "संभावित हानिकारक" प्रकृति का होना स्वीकार किया. कंपनी ने यूजर्स को भरोसा दिलाया है कि इस गलती को ठीक करने के लिए तुरंत कदम उठाए गए हैं, जिसमें उनके प्रक्रियाओं में बदलाव और टीम का फिर से ट्रेनिंग देना शामिल है. कंपनी ने कहा, "हम आपकी विश्वसनीयता और भलाई को सबसे ऊपर मानते हैं. यह गलती फिर नहीं होगी."