हाइजीन और वेलनेस ब्रांड Pee Safe ने जुटाए 25 करोड़ रुपये, Nithin Kamath से है इस Funding का कनेक्शन
हाइजीन और वेलनेस ब्रांड Pee Safe ने सीरीज बी राउंड (B Round Funding) के तहत करीब 3 मिलियन डॉलर यानी करीब 25 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) हासिल की है. कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक इस राउंड के तहत करीब 6 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई जानी थी.
हाइजीन और वेलनेस ब्रांड Pee Safe ने सीरीज बी राउंड (B Round Funding) के तहत करीब 3 मिलियन डॉलर यानी करीब 25 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) हासिल की है. कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक इस राउंड के तहत करीब 6 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई जानी थी. हालांकि, कंपनी ने 3 मिलियन डॉलर की फंडिंग के बाद ही इस राउंड को आंशिक तौर पर बंद कर दिया है.
इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व फार्मास्युटिकल कंपनी Natco Pharma Ltd और Rainmatter Health ने की थी. बता दें कि Rainmatter जीरोधा के फाउंडर्स नितिन कामत और निखिल कामत की ओर से शुरू किया गया इनक्युबेटर है. इतना ही नहीं, कंपनी के मौजूदा निवेशक Alkemi Growth Capital ने भी इस फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया है.
फंडिंग से कंपनी को क्या होगा फायदा?
Pee Safe के फाउंडर और सीईओ Vikas Bagaria ने कहा- दिग्गज फार्मास्युटिकल और वेलनेस कंपनी नाटको फार्मा और रेनमैटर से स्ट्रेटेजिक फंडिंग हासिल कर के बहुत ही उत्साहित हैं. इस फंडिंग से हमारे बिजनेस बढ़ाने की कोशिशों को स्पीड मिलेगी. साथ ही इससे हमें तेजी से बढ़ रहे इंटिमेट वेलनेस सेक्टर में एक लीडिंग ब्रांड बनाने में मदद मिलेगी. यह सेक्टर 16 फीसदी सीएजीआर की स्पीड से बढ़ रहा है. कंपनी के अनुसार पी सेफ ने पिछले करीब 5 सालों में 100 फीसदी की सीएजीआर की ग्रोथ हासिल कर ली है, जो मार्केट की अपेक्षाओं से काफी अधिक है.
पी सेफ की शुरुआत साल 2013 में सिर्फ एक प्रोडक्ट के साथ हुई थी, जो टॉयलेट सीट सैनिटाइजर था. इसे विकास बगारिया और उनकी पत्नी श्रीजना बगारिया ने शुरू किया था, जिन्होंने खुद भी हाइजीन की समस्या झेली थी. पिछले 6 सालों में इस कंपनी ने अपने प्रोडक्ट में काफी बदलाव किए. अभी कंपनी के पास रीयूज करने वाले पैड, टैंपून, मेनस्ट्रुअल कप और कई अन्य प्रोडक्ट हैं. इसी साल कंपनी ने इसकी शुरुआत करने वाले सदस्यों में से एक रितेश कुमार को को-फाउंडर बनाया है.
मौजूदा वक्त में कंपनी के प्रोडक्ट देश के 70 से भी अधिक शहरों में 15 हजार से भी अधिक रिटेल स्टोर्स में बिकते हैं. साथ ही कंपनी की ऑनलाइन मार्केट में भी मौजूदगी है. इतना ही नहीं, यह कंपनी 20 देशों में अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट भी करती है.