हेल्थकेयर यूनिकॉर्न (Unicorn) प्रिस्टिन केयर (Pristyn Care) ने वित्तवर्ष 2023 में राजस्व में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और 453 करोड़ रुपये हो गई, क्योंकि पिछले वित्तीय वर्ष में इसका घाटा 38.2 प्रतिशत बढ़कर 383 करोड़ रुपये हो गया.

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रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) के वित्तीय विवरणों के अनुसार, टाइगर ग्लोबल समर्थित फर्म की परिचालन आय वित्तवर्ष 2013 में बढ़कर 453 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्तवर्ष 2012 में 313 करोड़ रुपये थी.

स्वास्थ्य सेवाओं से होने वाली आय इसके कुल परिचालन राजस्व का 75 प्रतिशत यानी 338 करोड़ रुपये है. एनट्रैकर की रिपोर्ट के अनुसार, शेष आय पिछले वित्तवर्ष के दौरान चिकित्सा स्वास्थ्य उत्पादों और विज्ञापन सेवाओं की बिक्री से आई थी.

दिसंबर 2021 में प्रिस्टिन केयर ने अपने सीरीज ई राउंड में 96 मिलियन डॉलर जुटाए, सात महीनों में इसका मूल्यांकन दोगुना होकर 1.4 अरब डॉलर हो गया और सबसे कम उम्र की हेल्थटेक यूनिकॉर्न बन गई. इस दौर का नेतृत्व सिकोइया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, विंटर कैपिटल, एपिक कैपिटल, हमिंगबर्ड वेंचर्स और ट्राइफेक्टा कैपिटल ने किया.

पिछले साल मार्च में प्रिस्टिन केयर ने कथित तौर पर विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था और बिक्री, तकनीक और उत्पाद टीमों के कर्मचारियों को प्रभावित किया था. 2018 में स्थापित, प्रिस्टिन केयर अपने अस्पतालों और क्लीनिकों के नेटवर्क के माध्यम से उन्नत माध्यमिक देखभाल सर्जरी प्रदान करता है. गुरुग्राम स्थित स्टार्टअप ने अब तक 177 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं.