सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद (National Startup Advisory Council) का पुनर्गठन किया. इसके तहत अरबन कंपनी से अभिराज सिंह भल और स्नैपडील से कुणाल बहल सहित 31 गैर-आधिकारिक सदस्यों को मनोनीत किया गया है. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग यानी डीपीआईआईटी (DPIIT) ने देश में इनोवेशन और स्टार्ट-अप के विकास के मकसद से एक मजबूत परिवेश बनाने के लिए आवश्यक उपायों पर सरकार को सलाह देने के लिए जनवरी 2020 में परिषद का गठन किया था.

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डीपीआईआईटी ने एक बयान में कहा कि परिषद के गैर-आधिकारिक सदस्यों का कार्यकाल 2 साल के लिए था. अब दो साल का कार्यकाल पूरा हो गया है, ऐसे में केंद्र सरकार परिषद में गैर-आधिकारिक सदस्यों को नामांकित करती है. ये विभिन्न अंशधारकों का प्रतिनिधित्व करते हैं.

मनोनीत गैर-आधिकारिक सदस्यों में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अमिताभ बंधोपाध्याय, भारतीय उद्यम और वैकल्पिक कैपिटल एसोसिएशन के कार्तिक रेड्डी, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर योगेश सिंह, जोरोधा के निथिन कामथ, इन्वेस्ट इंडिया के निवरुति राय और सीआईआई जैसे उद्योग मंडल के अध्यक्ष शामिल हैं. 

एनएसएसी की आठवीं बैठक 19 दिसंबर को वाणिज्य और उद्योग मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होनी है. यह काउंसिल नियमित रूप से मीटिंग करती है और स्टार्टअप्स को लेकर अपनी राय रखती है. यह काउंसिल शहरों से लेकर गांवों तक में इनोवेशन को प्रमोट करने पर बात करती है और जरूरी कदम उठाती है.