आज के वक्त में लेंसकार्ट (Lenskart) को अधिकतर लोग जानते हैं. कंपनी के फाउंडर पीयूष बंसल (Piyush Bansal) शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के दोनों सीजन में आ चुके हैं. ऑनलाइन चश्मे बेचने के मामले में एशिया की इस सबसे बड़ी कंपनी लेंसकार्ट ने 100 मिलियन डॉलर यानी करीब 820 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटा ली है. यह फंडिंग कंपनी ने प्राइवेट इक्विटी फर्म ChrysCapital से जुटाई है. इस फंडिंग के बाद कंपनी का कुल कैपिटल फ्लो पिछले कुछ सालों में करीब 850 मिलियन डॉलर का हो गया है. यह फंडिंग किस वैल्युएशन पर हुई है, अभी उसके बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. यह फंडिंग प्राइमरी और सेकेंडरी शेयरों के जरिए हुई है.

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लेंसकार्ट का दावा है कि कंपनी से अब तक करीब 20 मिलियन यानी 2 करोड़ ग्राहक जुड़ चुके हैं. कंपनी भारत में तो तेजी से बड़ी हो ही रही है, पूरे एशिया और मिडिल ईस्ट में भी ग्लोबल लेवल पर अपना बिजनेस फैला रही है. कंपनी ने एक नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी शुरू की है, जिसका मकसद ब्रांड को प्रतिस्पर्धा में बनाए रखना है.

पीयूष बंसल ने इस फंडिंग पर कहा है- लेंसकार्ट में हम ऐसे पार्टनर्स के साथ काम करना पसंद करते हैं, जिनके पास लंबी अवधि को लेकर एक विजन होता है. ChrysCapital बड़े भारतीय इक्विटी पार्टनर्स में से एक है. लाइफस्टाइल कैटेगरी में आईवियर यानी चश्मे अपने विकास के शुरुआत दौर में हैं. तकनीक, ग्राहकों पर ध्यान देना, सप्लाई चेन और टैलेंट हायर करने पर निवेश कर के कंपनी लोगों के विजन करेक्शन की समस्या को दूर करने में मदद कर सकती है. ChrysCapital के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजीव बत्रा कहते हैं कि लेंसकार्ट के पास एक मजबूत मैनेजमेंट टीम है, जिसका ब्रांड पर फोकस है. 

लेंसकार्ट और उसके शेयर धारकों के लिए Avendus Capital ने एक विशेष वित्तीय सलाहकार की भूमिका निभाई है. वहीं इस ट्रांजेक्शन के लिए Shardul Amarchand Mangaldas और Allen & Overy ने ChrysCapital के कानूनी सलाहकार के रूप में काम किया. वहीं EY ने कंपनी के लिए फाइनेंशिएल और टैक्स एडवाइजर के रूप में काम किया. इसके अलावा Rajaram Legal ने Lenskart के कानूनी सलाहकार के रूप में काम किया.