Ola के फाउंडर भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) और ‘स्टैंड अप कॉमेडियन’ कुणाल कामरा (Kunal Kamra) के बीच रविवार को ‘एक्स’ पर कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटरों (Ola Electric) की सर्विस को लेकर तीखी बहस हुई. इसके बाद से भाविश और उनकी कंपनी ओला को लेकर तमाम यूजर्स की तरफ से खूब खरी-खोटी सुनाई जा रही है. ये पहली बार नहीं है जब भाविश अग्रवाल विवादों में घिरे हैं. भाविश पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं.

1- 'चोट लगी? दर्द हुआ? आ जा सर्विस सेंटर..'

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भाविश अग्रवाल ने ओला गीगाफैक्ट्री की एक तस्वीर पोस्ट की, जिस पर कामरा ने कई ओला इलेक्ट्रिक स्कूटरों की तस्वीर डाली, जो कथित तौर पर मरम्मत के लिए एक साथ खड़े थे. इस पर भाविश और कुणाल के बीच तीखी बहस शुरू हो गई. यहां तक कि भाविश ने कुणाल को यह तक बोल दिया- 'चोट लगी? दर्द हुआ? आ जा सर्विस सेंटर.' इतना ही नहीं, एक कमेंट में उन्होंने कुणाल कामरा से कहा- 'कॉमेडियन बन ना सके, चौधरी बनने चले हो.' तमाम यूजर्स भी भाविश और ओला की आलोचना कर रहे हैं और खराब सर्विस पर भड़के हुए हैं.

2- ओला मैप को लेकर भी हुआ था विवाद

MapMyIndia की पैरेंट कंपनी CE Info Systems ने Ola पर आरोप लगाया है कि उसने Ola Maps बनाने के लिए MapMyIndia के डेटा का इस्तेमाल किया है. आरोप है कि कंपनी ने  MapMyIndia के डेटा की कैशिंग की, उसे सेव किया और लाइसेंस वाले प्रोडक्ट का डेटा कॉपी किया है. हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने कहा था कि CE Info Systems की तरफ से लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से झूठे और मिसलीड करने वाले हैं.

3- जब Krutrim AI बोल पड़ा- 'मुझे तो OpenAI ने बनाया है'

एक यूजर ने सोशल मीडिया पर कुछ प्रिंट शॉट शेयर किए थे, जिनमें दिख रहा था कि कृत्रिम एआई खुद को OpenAI की तरफ से बनाया गया बता रहा है. कुछ लोगों ने इसे देखने के बाद भी कहा था कि यह ओपनएआई के चैटजीपीटी जैसा दिखता है. इसी बीच बहुत सारे लोगों ने चैटबोट इस्तेमाल करना शुरू किया और एक शख्स को कृत्रिम ने कहा कि उसे ओपन एआई ने बनाया है. कृत्रिम की टीम ने कहा था कि यह एक ओपन-सोर्स डेटासेट की तरफ से डेटा लीकेज (data leakage) की वजह से हुआ है, जिसे लैंग्वेज मॉडल की फाइन-ट्यूनिंग करने की प्रोसेस में इस्तेमाल किया गया था.

4- हफ्ते में 70 घंटे काम वाले बयान पर भी हुआ था विवाद

ओला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने नारायण मूर्ति की सप्ताह में 70 घंटे काम करने की सलाह का समर्थन किया था. उस पर भी वह काफी ट्रोल हुए थे. हैदराबाद के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट सुधीर कुमार ने था कि लंबे समय तक काम करने से कई गंभीर बीमारियों और यहां तक ​​कि समय से पहले मौत का खतरा बढ़ जाता है. 

कई वैज्ञानिक अध्ययनों का हवाला देते हुए डॉक्टर ने कहा  था कि हर सप्ताह 55 या उससे अधिक घंटे काम करने से स्ट्रोक का खतरा 35 प्रतिशत अधिक होता है और प्रति सप्ताह 35-40 घंटे काम करने की तुलना में इस्केमिक हृदय रोग से मरने का खतरा 17 प्रतिशत अधिक होता है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सप्ताह में 55 घंटे से अधिक काम करने से हर साल 8 लाख से अधिक लोगों की मौत होती है.

5- शनिवार-रविवार की छुट्टी नहीं होनी चाहिए

भविश अग्रवाल ने कुछ समय पहले कहा था कि शनिवार और रविवार की छुट्टी नहीं होनी चाहिए. इसका एक वीडियो समय-समय पर सोशल मीडिया पर वायरल भी होता है. हाल ही में जब ईवाई की एक सीए की अधिक काम के चलते मौत हुई थी, तब भी वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. भाविश का कहना है कि वह वर्क लाइफ बैलेंस की मॉडर्न सोच को सही नहीं मानते हैं. शनिवार और रविवार की छुट्टी भारतीय परंपरा नहीं है. 

भाविश कहते हैं कि यह पश्चिमी सभ्यता का हिस्सा है. हमारे देश में पहले शनिवार और रविवार की छुट्टी नहीं होती थी. यहां तक कि हमारा कैलेंडर भी अलग था और उसी के आधार पर हम छुट्टियां करते थे, जो कि हर महीने एक या दो ही होती थीं. औद्योगिक क्रांति के बाद वीकेंड की छुट्टी हमारे कल्चर में आई. हालांकि, अब आधुनिक युग में इसकी जरूरत नहीं रह गई है. अगर हम कुछ दशकों पहले नजर डालें तो पता चलेगा कि लोग हफ्ते में 5 दिन काम करके छुट्टी नहीं मांगते थे.