ऑडियो और वीयरेबल ब्रांड boAt के आईपीओ को लेकर खुद कंपनी के को-फाउंडर अमन गुप्ता ने एक बड़ा अपडेट दिया है. उन्होंने कहा कि वह आईपीओ लाने की जल्दी में नहीं हैं और वित्त वर्ष 2025-26 तक आईपीओ लाने की सोच रहे हैं. बता दें कि पहले भी एक बार मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए boAt ने अपने आईपीओ लाने के प्लान को आगे बढ़ा दिया था.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान अमन गुप्ता ने कहा कि अभी उनके स्टार्टअप के पास अभी पर्याप्त कैपिटल है. उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब स्टार्टअप आईपीओ लाना एक फैशन बन गया था, लेकिन फिर बाजार में भारी गिरावट देखी गई. वह बोले कि उन्हें अभी आईपीओ लाने की कोई जरूरत नहीं है. वह ये काम कुछ साल बाद भी कर सकते हैं. उन्हें आईपीओ लाने की कोई जल्दी नहीं है. अमन गुप्ता ने कहा कि boAt की लिस्टिंग इस साल तो बिल्कुल नहीं होगी.

पीएम के साथ पेरिस दौरे पर गए थे अमन गुप्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया पेरिस दौरे पर गए अधिकारियों के डेलिगेशन में अमन गुप्ता को भी आमंत्रण मिला था. आंत्रप्रेन्योर और निवेशक अमन गुप्ता को शार्क टैंक इंडिया से काफी लोकप्रियता हासिल हुई है. Indo-French CEO Forum में अमन गुप्ता ने आंत्रप्रेन्योरशिप के तेजी से बढ़ने के बारे में अपनी बात कही. 

अभी कंपनी को नहीं है पैसों की जरूरत

जब अमन गुप्ता से पूछा गया कि क्या वह आईपीओ लाने से पहले भी कोई फंडिंग राउंड उठाएंगे तो उन्होंने कहा अभी उनकी कंपनी को फंड्स की कोई जरूरत नहीं है. ज्यादातर बातें इस पर निर्भर करेंगी कि आगे की स्थिति कैसी रहती है. उन्होंने कहा कभी भी ये नहीं कहना चाहिए कि हम कभी नहीं करेंगे, लेकिन अभी कंपनी को फंडिंग उठाने की कोई जरूरत नहीं है.

पिछले साल उठाई थी 500 करोड़ की फंडिंग

पिछले साल अक्टूबर के महीने में boAt की पैरेंट कंपनी Imagine Marketing ने अपने मौजूद शेयरधारक Warburg Pincus affiliate और एक नए निवेशक Malabar Investments से 500 करोड़ रुपये की फंडिंग उठाई थी. उस वक्त कंपनी ने फंड उठाने की घोषणा करते हुए कहा था कि इन पैसों से ब्रांड तेजी से बढ़ रहे स्मार्टवॉच मार्केट में अपनी स्थिति को मजबूत करेगा और बिजनेस बढ़ाएगा.

'लक्ष्मी जी को कभी ना नहीं करना चाहिए'

अमन गुप्ता ने कहा- 'एक कहावत है, जिसमें मैं भरोसा रखता हूं... लक्ष्मी जी को कभी ना नहीं करना चाहिए... अगर पैसे आएंगे तो हम उसे मना नहीं करेंगे, लेकिन क्या हमें इसकी जरूरत है?... जवाब है नहीं.' उन्होंने कहा कि स्टॉक मार्केट लिस्टिंग से किसी भी स्टार्टअप के शुरुआती निवेशकों को एक अच्छी एग्जिट मिलती है. किसी भी स्टार्टअप के लिए लिस्टिंग कोई सवाल नहीं है, क्योंकि अगर आपने फंडिंग उठाई है तो आपको निवेशकों को एग्जिट देनी होगी. तो हमें भी लिस्टिंग करनी होगी, ये हमारे चाहने-ना चाहने की बात नहीं है, बल्कि यहां ये देखने वाली बात है कि ऐसा कब होगा. कुछ समय पहले कंपनी ने 2000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने के लिए सेबी के पास दस्तावेज जमा किए थे, लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव के चलते उसे रोक दिया.