Ola के सीईओ भाविश अग्रवाल ने हाल ही में LinkedIn पर एक पोस्ट की थी, जिसे LinkedIn ने बाद में डिलीट कर दिया. इस बारे में अब उन्होंने एक और पोस्ट करते हुए इस बात की आलोचना की है कि उनकी पोस्ट को डिलीट किया गया है. इसे लेकर उन्होंने ना केवल LinkedIn पर पोस्ट की है, बल्कि X पर भी पोस्ट की है. बता दें कि यह pronoun illness की पोस्ट थी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

LinkedIn AI bot की तरफ से भाविश अग्रवाल का जो डिसक्रिप्शन बनाया गया, उसमें उन्हें he के बजाय  they कहा गया था. इसके बाद भाविश ने इसे लेकर लिंक्डइन पर एक पोस्ट की, जिसे डिलीट कर दिया गया. उन्होंने इसे pronoun illness कहते हुए दूसरी बार पोस्ट की, लेकिन उसे फिर से डिलीट कर दिया गया. हालांकि, इस बार उनकी टीम में पोस्ट का स्क्रीनशॉट ले लिया था. पोस्ट डिलीट किए जाने पर भाविश ने अपने नाराजगी जताते हुए इस कदम की आलोचना की है.

क्या पोस्ट की है भाविश ने?

भाविश अग्रवाल ने अपनी पोस्ट में लिखा है- 'डीयर लिंक्डइन, आपने मेरी पोस्ट फिर से डिलीट कर दी है! आपने ना तो मुझे नोटिफाई किया, ना ही कोई ट्रेस छोड़ा और पूरी थ्रेड ही डिलीट कर दी. वो तो अच्छा है कि मेरी टीम स्क्रीन शॉट लेती है. आप इस पोस्ट को भी डिलीट कर सकते हो, लेकिन मेरी राय को नहीं बदल सकते हो. क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट आपका मालिक है, मैं कल अपने सारे विचार और कुछ एक्शन सबके साथ शेयर करूंगा.'

अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये सब शुरू कहां से हुआ. दरअसल, कुछ वक्त पहले भाविश ने LinkedIn AI चैटबॉट से अपने बारे में पूछा. उसके जवाब में he के बजाय they कहते हुए उनकी जानकारी दी गई. उनकी इस पोस्ट पर लोगों के तेजी से रिएक्शन आ रहे थे, लेकिन उसके बारे में जानने के बाद लिंक्डइन ने उस पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन भाविश लगातार इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.

क्या बोल रहे हैं ट्विटर यूजर्स?

एक X यूजर ने लिखा है- 'मैं सभी डेवलपर्स, डिजाइनर्स और आंत्रप्रेन्योर्स का आह्वान करता हूं. चलो इसे एक मौके में बदल दिया जाए. कौन ऐसा लिंक्डइन बनाने के लिए तैयार है, जो भारत को चाहिए.?'

एक शख्स ने कहा- 'कभी सोचा नहीं था कि लिंक्डइन इतनी घटिया हरकत करेगा और आलोचना स्वीकार नहीं कर सकेगा.'

एक यूजर ने लिखा- सिर्फ शिकायत मत करो, एक्शन लो. अपना लिंक्डइन अकाउंट ही डिलीट कर दो. उन्हें वहां पर चोट दो, जहां उन्हें दर्द होता है. ये लोग भारतीय कंपनियों हर हमला कर रहे हैं.