Agnit Semiconductors ने जुटाई करीब ₹30 करोड़ की Funding, जानिए कहां होगा पैसों का इस्तेमाल
गैलियम नाइट्राइड (GaN) सेमीकंडक्टर स्टार्टअप Agnit Semiconductors ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने 3.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 30 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) जुटाई है.
गैलियम नाइट्राइड (GaN) सेमीकंडक्टर स्टार्टअप Agnit Semiconductors ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने 3.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 30 करोड़ रुपये की फंडिंग (Funding) जुटाई है. यह फंडिंग कंपनी ने 3one4 Capital और Zephyr Peacock के नेतृत्व में उठाई है. यह भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में उनका पहला निवेश है.
इस राउंड में कॉग्निजेंट के पूर्व CEO और एंजेल निवेशक लक्ष्मी नारायणन का भी योगदान रहा. बेंगलुरु स्थित इस 5 साल पुराने स्टार्टअप ने अब तक कुल 4.87 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. नए फंड का उपयोग उत्पादन और व्यावसायिक संचालन को बढ़ाने के लिए करने की योजना बना रहा है.
Agnit Semiconductors के CEO और को-फाउंडर हरीश चंद्रशेखर ने कहा, “GaN कई क्षेत्रों में अपार संभावनाएं रखता है, जैसे 5G, तेज चार्जिंग, PV इन्वर्टर्स आदि. इसका पूरा इंपैक्ट अभी तक महसूस नहीं किया गया है. हमें IISc और MeitY का समर्थन मिला है और हम अपनी नेतृत्व टीम को मजबूत करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं.”
कंपनी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के नए बाजार खंडों में अपने उत्पादों का विस्तार करने की योजना बना रही है. Agnit Semiconductors अगले 12 महीनों में 1,00,000 सेमीकंडक्टर चिप्स की बिक्री का लक्ष्य रखता है और भारत के नवाचार और आत्मनिर्भरता के प्रयासों में योगदान देने की कोशिश कर रहा है.
3one4 कैपिटल के संस्थापक भागीदार और CIO प्रणव पाई ने कहा, “Agnit Semiconductors भारतीय डीप टेक स्टार्टअप की नई लहर का प्रतिनिधित्व करता है. इसका एकीकृत क्षमताओं का सेट, सामग्री से लेकर ASICs तक इसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अनूठा बनाता है.”
Agnit Semiconductors गैलियम नाइट्राइड इकोसिस्टम एनेबलिंग सेंटर और इनक्यूबेटर द्वारा स्थापित पहले स्टार्टअप में से एक है, जिसे भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) में विज्ञान नवाचार और विकास के लिए फाउंडेशन द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है.