दूध बेचकर बनी लखपति बनीं ये महिलाएं, जानें कैसे 18-19 महीनों में मुकाम किया हासिल
महज 18-19 महीनों में KMPO से जुड़ी 2,000 महिलाएं लखपति बन गई हैं. KMPO को 2023-24 में 200 करोड़ रुपये का कारोबार करने की उम्मीद है. KMPO के CEO ने यहां बताया कि संगठन की आय में यह छह गुना वृद्धि होगी.
संगठन का दुग्ध संग्रह 1.15 लाख लीटर प्रति दिन के सर्वोच्च आंकड़े तक जा चुका है.
संगठन का दुग्ध संग्रह 1.15 लाख लीटर प्रति दिन के सर्वोच्च आंकड़े तक जा चुका है.
काशी दुग्ध उत्पादक संगठन (KMPO) से जुड़ी महिलाएं समृद्धि एवं सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश कर रही हैं. परिचालन शुरू करने के महज 18-19 महीनों में KMPO से जुड़ी 2,000 महिलाएं लखपति बन गई हैं. KMPO के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) डॉ. मनवीर सिंह ने यहां बताया कि 20,000 से अधिक महिलाओं के स्वामित्व वाले KMPO को 2023-24 में 200 करोड़ रुपये का कारोबार करने की उम्मीद है. सिंह ने यहां बताया कि संगठन की आय में यह छह गुना वृद्धि होगी.
2,000 महिलाएं बनी लखपति
KMPO को 2023-24 में 200 करोड़ रुपये का कारोबार करने की उम्मीद है. संगठन की आय में यह छह गुना वृद्धि होगी, क्योंकि नौ मार्च, 2022 को परिचालन शुरू करने के बाद पहले पूर्ण वित्त वर्ष (2022-23) में संगठन ने 37 करोड़ रुपये की आमदनी की थी. उन्होंने कहा कि ये महिलाएं चुपचाप अपना काम (दुग्ध आपूर्ति) कर रही हैं और डेयरी क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने का संकेत दे रही हैं. इस प्रक्रिया में अब तक हमने 2,000 दीदी को लखपति बनते देखा है, और साल के अंत तक यह संख्या 3,000 को पार कर जायेगी.
300 करोड़ का लक्ष्य
इसका श्रेय सदस्यों को मिलने वाले पारदर्शी खरीद मूल्य को जाता है. उन्होंने बताया कि हमारे 18-19 महीने के परिचालन में एक सदस्य ने तो KMPO को दूध बेचकर 30 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई की है. हमने अगले वित्त वर्ष के लिए 300 करोड़ रुपये कारोबार का लक्ष्य रखा है. दूध की थोक बिक्री के साथ हम काशी के अद्भुत स्वाद वाले पैक उत्पाद भी लेकर आएंगे. डेयरी क्षेत्र के विकास में डॉक्टर मीनेश शाह के नेतृत्व में एनडीडीबी की महती भूमिका का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) और उत्तर प्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) के तत्वाधान में राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की इकाई एनडीडीबी डेरी सर्विसेज (एनडीएस) के तकनीकी सहयोग से ‘काशी दुग्ध उत्पादक संगठन’ का गठन हुआ.
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दूध की खरीद के लिए 300 गांव जोड़ने का लक्ष्य
चंदौली जिले से आने वालीं KMPO की चेयरपर्सन सरिता देवी ने कहा कि हमारी कुल आय में से 90 प्रतिशत दूध की कीमत और प्रोत्साहन के रूप में सदस्य किसानों को भुगतान के तौर पर दिया गया. हमारे सभी सदस्य सहयोग के लिए एनआरएलएम, राज्य सरकार, एनडीएस और एनडीडीबी के आभारी हैं. उन्होंने कहा, आज संगठन का दुग्ध संग्रह 1.15 लाख लीटर प्रति दिन के सर्वोच्च आंकड़े तक जा चुका है. अगले साल दूध की खरीद के लिए वाराणसी और भदोही जिलों में भी विस्तार के साथ हम कम से कम 300 गांव और जोड़ेंगे और बलिया, गाजीपुर, मिर्जापुर, सोनभद्र और चंदौली जैसे पांच जिलों में विस्तार भी करेंगे.
05:06 PM IST