हाल ही में जोमैटो (Zomato) ने अपने तिमाही नतीजे (Quarter Result) जारी किए हैं, जिसमें कंपनी को करीब 175 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ है. जोमैटो के मुनाफे में जाने के पीछे ब्लिंकइट (Blinkit) का बहुत बड़ा योगदान है. वित्त वर्ष 2024 में ब्लिंकइट का रेवेन्यू करीब तीन गुना हो गया है. रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार ब्लिंकइट का रेवेन्यू 2301 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछली तिमाही में 806 करोड़ रुपये था.

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अगर सिर्फ जनवरी-मार्च तिमाही की बात करें तो क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकइट का रेवेन्यू 769 करोड़ रुपये रहा है. शेयरधारकों को लिखे लेटर में जोमैटो ने इस बात की हाइलाइट किया है कि ब्लिंकइट मार्च 2024 में एडजस्टेड EBITDA पॉजिटिव हो चुका है. हालांकि, पूरी तिमाही में ब्लिंकइट को करीब 37 करोड़ रुपये का नुकसान (Blinkit Loss) हुआ है.

ब्लिंकइट का मुनाफे में आना अहम ट्रिगर

कंपनी का मानना है कि Blinkit का Adjusted EBITDA लेवल पर मुनाफे में आना और Hyperpure का Adjusted घाटा कम होना एक एहम ट्रिगर है. FY25 के मजबूत गाइडेंस और Blinkit के ग्रोथ के चलते कंपनी ने अपने लक्ष्य बढ़ा लिए हैं.

1000 तक बढ़ाए जाएंगे डार्क स्टोर

मौजूदा वक्त में ब्लिंकइट के 525 डार्क स्टोर हैं. अब कंपनी इनकी संख्या वित्त वर्ष 2025 में करीब दोगुनी करते हुए 1000 तक करना चाहती है. कंपनी का कहना है कि वह अधिकतर स्टोर टॉप 7-8 शहरों में शुरू करेगी, जिनमें दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु पर फोकस रहेगा.

क्विक कॉमर्स कारोबार में ब्लिंकइट बनी रहेगी लीडर

अनुमान था कि Blinkit Q1FY25 तक Adjusted EBITDA breakeven होगा. Q4 में साल दर साल के आधार पर Food Delivery का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 28% और Blinkit GOV 97% से बढ़ा. FY25 में Adjusted EBITDA मार्जिन 4-5% रहने की उम्मीद है. कंपनी का मानना है कि क्विक कॉमर्स कारोबार में ब्लिंकइट की लीडरशिप बनी रहेगी.

क्या बोले दीपिंदर गोयल?

दीपिंदर गोयल ने शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में कहा कि रेस्तरां उद्योग में नरमी के बावजूद खाद्य वितरण जीओवी (सकल ऑर्डर मूल्य) की वृद्धि सालाना आधार पर 28 प्रतिशत बनी हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने ब्लिंकिट पर जो दांव लगाया था, वह बिल्कुल ठीक रहा.’’ कंपनी का ध्यान फूड डिलिवरी (जोमैटो), ब्लिंकिट, हाइपरप्योर (बी2बी) और गोइंग-आउट जैसे चार कारोबारी खंडों पर है.