देश के रियल एस्टेट सेक्टर में 11.4 अरब डॉलर का हुआ निवेश, कैपिटल इनफ्लो में डेवलपर्स रहे सबसे आगे
Real Estate Market: रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू निवेश प्राइमरी रहा, जिसकी 2024 कैलेंडर वर्ष में कुल इक्विटी निवेश में लगभग 70% हिस्सेदारी थी.
Real Estate Market: भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में 11.4 अरब डॉलर का निवेश हुआ है. रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म सीबीआरई के अनुसार, भारत के रियल एस्टेट सेक्टर ने 2024 में 11.4 अरब डॉलर का इक्विटी निवेश आकर्षित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 54% की बढ़ोतरी दर्शाता है. इक्विटी निवेश में बढ़ोतरी, मुख्य रूप से डेवलपर्स और संस्थागत निवेशकों से भूमि अधिग्रहण के साथ-साथ रियल एस्टेट के सभी एसेट क्लास में विकास में प्रवाहित हुई.
कैपिटल इनफ्लो में डेवलपर्स सबसे आगे
रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू निवेश प्राइमरी रहा, जिसकी 2024 कैलेंडर वर्ष में कुल इक्विटी निवेश में लगभग 70% हिस्सेदारी थी. सिंगापुर, अमेरिका और कनाडा ने वर्ष के दौरान भारतीय रियल एस्टेट में कुल इक्विटी निवेश में कुल मिलाकर 25% से अधिक का योगदान दिया. 2024 में कुल इक्विटी निवेश में लगभग 44% हिस्सा डेवलपर्स ने कैपिटल इनफ्लो में सबसे आगे रखा, इसके बाद संस्थागत प्लेयर्स ने 36%, निगमों ने 11%, रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REIT) ने 4% और दूसरी कैटेगरी ने लगभग 5% हिस्सा लिया.
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डेवलपर्स और निवेशकों दोनों के लिए नए मौका पैदा होंगे
सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ - भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका अंशुमान मैगजीन ने कहा, हमें निवेश एक्टिविटी में विशेष रूप से बिल्ट-अप ऑफिस एसेट्स और रेजिडेंशियल डेवलपमेंट साइट्स में निरंतर गति देखे जाने की उम्मीद है. ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स पर बढ़ते फोकस से लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेक्टर में मजबूत बढ़ोतरी होगी, जिससे डेवलपर्स और निवेशकों दोनों के लिए नए अवसर पैदा होंगे.
एसेट क्लास को लेकर, 2024 में इक्विटी निवेश मुख्य रूप से लैंड/डेवलपमेंट साइट्स द्वारा संचालित किया गया, जो कुल हिस्सेदारी का 39% था. इसके बाद ऑफिस सेक्टर में 32%, रिटेल सेक्टर में 9%, रेजिडेंशियल सेक्टर में 8%, इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स में 6%, होटल में 2% और दूसरे सेक्टर में 4% से अधिक की हिस्सेदारी रही.
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सीबीआरई भारत के वैश्विक क्षमता केंद्रों (GCC) को लेकर भी उत्साहित है, जिसने 2024 में 29.4 मिलियन वर्ग फीट पर मजबूत लीजिंग बनाए रखी. भारत के शीर्ष नौ शहरों में कुल लीजिंग एक्टिविटी में 37% की हिस्सेदारी के साथ और सालाना आधार पर लगभग 29% की बढ़ोतरी दर्ज की.
टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग और बीएफएसआई (BFSI) सहित क्षेत्रों की कंपनियां अपने जीसीसी के लिए ट्रेडिशनल और फ्लेक्सिबल दोनों तरह के ऑफिस स्पेस की मांग को बढ़ावा देंगी, साथ ही ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और लाइफ साइंस जैसे विशिष्ट क्षेत्रों से भी मांग जारी रहेगी.
(इनपुट IANS)
04:09 PM IST