2023 में मकान या फ्लैट खरीदने की है तैयारी तो सिर्फ अपना बजट ही न देखें, इन 4 मापदंडों पर बिल्डर की विश्वसनीयता भी परखें
वैसे रेरा कानून आने के बाद धोखाधड़ी जैसे मामलों पर काफी लगाम लग चुकी है, लेकिन फिर भी बिल्डर की छवि कैसी है, उसके पिछले प्रोजेक्ट की क्या स्थिति रही, इन चीजों के बारे में भी अच्छी तरह से जान लेना चाहिए.
पहले के समय में ज्यादातर लोग जमीन खरीदकर मकान बनवाते थे, लेकिन आज लोगों के पास इतना समय नहीं होता कि वो मकान बनवा सकें. इसलिए ज्यादातर लोग बिल्डर से बने बनाए मकान या फ्लैट खरीदते हैं. बिल्डर से कोई भी सौदा करने से पहले लोग पहले अपना बजट देखते हैं. लेकिन आपको बिल्डर की विश्वसनीयता को भी अच्छे से परख लेना चाहिए. वैसे रेरा कानून आने के बाद धोखाधड़ी जैसे मामलों पर काफी लगाम लग चुकी है, लेकिन फिर भी बिल्डर की छवि कैसी है, उसके पिछले प्रोजेक्ट की क्या स्थिति रही, इन चीजों के बारे में भी अच्छी तरह से जान लेना चाहिए. यहां जानिए वो 4 मापदंड जिनके आधार पर आप बिल्डर की विश्वसनीयता को आसानी से परख सकते हैं.
बैंक की प्री-अप्रूवल लिस्ट
जब भी कोई बिल्डर किसी प्रोजेक्ट को शुरू करता है तो बैंक उसके प्रोजेक्ट पर लोन देने से पहले उसकी कानूनी वैधता की गहराई से जांच पड़ताल करता है. ऐसे में आप बैंक की प्री-अप्रूवल लिस्ट को जांच सकते हैं. अगर कोई प्रोजेक्ट तीन से ज्यादा बैंकों की प्री-अप्रूवल लिस्ट में शामिल है, तो आप उस बिल्डर को भरोसेमंद मान सकते हैं.
बिल्डर के पुराने प्रोजेक्ट को देखें
किसी भी ऐसे बिल्डर का चुनाव करें जो पहले भी कुछ प्रोजेक्ट्स तैयार कर चुका है. आप उसके पहले के प्रोजेक्ट्स को जाकर देखें. वहां की क्वालिटी को चेक करें, लोगों की राय लें. इसके बाद ही खुद कोई फैसला ले. सिर्फ कम बजट का फ्लैट या मकान देखकर पैसा न फंसाएं.
बिल्डर की फाइनेंशियल कंडीशन
आप जिस ग्रुप से मकान या फ्लैट खरीदने जा रहे हैं, वो ग्रुप काफी बड़ा और नामी है तो जरूर वो शेयर मार्केट में लिस्टेड होगा. ऐसे में आप उस ग्रुप की फाइनेंशियल कंडीशन की जांच अच्छी तरह से कर सकते हैं. लेकिन जिनकी बैलेंस शीट पब्लिक डोमेन में नहीं है, उनकी माली हालत को जानने के लिए आपको थोड़ी रिसर्च करनी होगी. इसमें कोई कोताही न बरतें. बिल्डर की फाइनेंशियल कंडीशन जितनी बेहतर होगी, आपको समस्याएं भी उतनी कम होंगी.
डिलीवरी ट्रैक जरूर जांचें
आपके बिल्डर ने आसपास जो भी प्रोजेक्ट तैयार किए हैं, क्या उन्हें समय से पूरा किया है, इस बारे में आप जरूर पता कर लें. इसके अलावा अगर किसी प्रोजेक्ट में देरी भी हुई तो उसकी भरपाई के लिए क्या किया गया. इस बात की जांच अच्छी तरह से कर लें. कई बार लोग बिना सोचे समझे निवेश कर देते हैं, लोन अप्रूव करवा लेते हैं और मकान या फ्लैट जब समय पर नहीं मिलता तो मुश्किल में पड़ जाते हैं. जो लोग किराए पर रहते हैं, उन पर तो दोहरी मार पड़ जाती है. किराया भी जाता है और लोन की किस्त भी जाती है. इसलिए बिल्डर का डिलीवरी ट्रैक जांचना बहुत जरूरी है.
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