पश्चिम रेलवे के वाणिज्य विभाग की आय में अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन देखा गया है. विभाग ने 2018-19 में रेलवे बोर्ड की ओर से दिए गए लक्ष्य से 674 करोड़ रुपये अधिक आय अर्जित की है. विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2018-19 में लगभग 18224.65 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है जो कि अब तक का रिकॉर्ड है.

11.46 फीसदी अधिक रही वाणिज्य विभाग की आय

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार वित्तीय वर्ष 2018-19 में पश्चिम रेलवे के वाणिज्य विभाग की आय पिछले वर्ष से 1873 करोड़ रुपये अधिक रही. यह लगभग 11.46 फीसदी अधिक है. जबकि रेलवे बोर्ड ने विभाग को लगभग 674 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया था.

इन माध्यमों से बढ़ाई गई आय

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पश्चिम रेलवे के वाणिज्य विभाग ने अपनी आय बढ़ाने के लिए प्रमुख रूप से उपनकरी यात्रियों के लिए अधिक सेवाएं चलाने के साथ टिकट न लेने वालों पर सख्ती की. वहीं मालभाड़ा, विज्ञापन, पार्किंग, खानपान, टिकट चेकिंग, एटीएम तथा अन्य मदों में भी अधिक आय अर्जित की. पश्चिम रेलवे को उपनगरीय यात्रियों से होने वाली आय में लगभग 3.07 फीसदी का इजाफा हुआ है. यह आय लगभग 5037.85 करोड़ रुपये रही. यह पिछले वर्ष से 43.80 करोड़ रुपये अधिक है.

वैगन लोड करने में बनाया रिकॉर्ड

पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल ने इस वर्ष प्रतिदिन औसतन 1836.41 वैगन लोड किया. यह अब तक का रिकॉर्ड है. पिछले वर्ष की तुलना में यह 9.658 फीसदी अधिक है. मंडल ने इस वर्ष 34 मिलियन मीट्रिक टन लादान किया है. पिछले वर्ष इस दौरान लगभग 31.038 मीलियन मीट्रिक टन माल का लदान किया गया था. इस वर्ष अहमदाबाद मंडल की माल की लदान से आय लगभग 4750 करोड़ रुपये रही जो पिछले वर्ष की लगभग 4316 करोड़ रुपये की आय से लगभग 10.05 फीसदी अधिक है. कंटेनर लदान के क्षेत्र में अहमदाबाद मंडल ने 973.06 वैगन प्रतिदिन के मानक से 1.181 मिलियन टन लदान किया. यह पिछले वर्ष के 1.108 मीलियन टन से अधिक है.

तीन नई ट्रेनें चलाई गईं.

वर्ष 2018- 19 में अहमदाबाद मंडल से तीन नई ट्रेनों को चलाया गया. इसमें गांधीधाम - तिरुनेलवेली हमसफर एक्सप्रेस, इंदौर - गांधीधाम एक्सप्रेस तथा गांधीनगर - भावनगर इंटरसिटी एक्सप्रेस रहीं. सर्वोदय एक्सप्रेस को गांधीधाम तक बढ़ाया गया. यात्रियों की मांगों के अनुरूप गाड़ियों के स्टॉपेज भी बढ़ाए गए. इससे टिकटों की बिक्री में वृद्धि हुई.